iGrain India - जकार्ता । दुनिया में पाम तेल के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया के वित्त मंत्री ने कहा है कि सरकार 1 जनवरी 2025 से बी 40 बायोडीजल नीति लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे पाम तेल आधारित जैव ईंधन में 40 प्रतिशत पाम तेल का मिश्रण करना अनिवार्य हो जाएगा।
फिलहाल वहां 35 प्रतिशत पाम ते के अनिवार्य मिश्रण का नियम लागू है। वित्त मंत्री के मुताबिक बी 40 योजना का क्रियान्वयन विश्व को इंडोनेशिया का ठोस योगदान होगा इससे कार्बन डाय ऑक्साइड का उत्सर्जन करीब 4 करोड़ टन घटना संभव हो सकता है।
वित्त मंत्री का कहना था कि इंडोनेशिया की पाम ऑयल फंड एजेंसी को पाम तेल से निर्मित ईंधन तथा जीवाश्म ईंधन (पेट्रोलियम) के मूल्य के बीच अंतर की भरपाई के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
बी 40 प्रोग्राम लागू होने के बाद बायोडीजल निर्माण में वहां पाम तेल का उपयोग बढ़कर 139 लाख टन पर पहुंच जाएगा जबकि चालू वर्ष के दौरान इसमें 110 लाख टन का इस्तेमाल होने का अनुमान है। इससे वहां पाम तेल के उत्पादकों पर बकाया स्टॉक का भार काफी घट जाएगा और निर्यात उद्देश्य के लिए भी स्टॉक में कमी आ सकती है।
इससे मेशिया को अपने उत्पादों का शिपमेंट बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल सकता है जो इंडोनेशिया के बाद संसार में पाम तेल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है।
भारत इंडोनेशियाई पाम तेल का सबसे प्रमुख खरीदार है जो मलेशिया तथा थाईलैंड से भी भारी मात्रा में इसका आयात करता है।
उद्योग संगठन- गापकी ने आगाह किया है कि यदि उपयोग के अनुरूप उत्पादन में इजाफा नहीं हुआ तो पाम तेल की मांग एवं आपूर्ति के बीच असंतुलन पैदा हो सकता है जिससे इसके दाम में बढ़ोत्तरी होने की संभावना बढ़ जाएगी।