iGrain India - बोस्टन । अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन में यूज्ड कुकिंग ऑयल (यूको) जैसे नवीनीकृत अवशिष्ट कच्चे माल पर निर्यात शुल्क में प्रदत्त छूट को वापस लिए जान से तथाकथित पाम तेल की हेराफेरी को रोकने में सहायता मिलेगी। समझा जाता है कि वर्जिन पाम तेल को अवशिष्ट के रूप में दोबारा पेकिंग करके उसका कारोबार किया जा रहा था।
उस्डा के मुताबिक चीन में यूको के निर्यात पर शुल्क में 13 प्रतिशत की छूट दी जा रही थी जिसे वापस ले लिया गया है और चालू माह से यह निर्णय लागू भी हो गया है।
इसके फलस्वरूप हेराफेरी के लिए अब ज्यादा प्रोत्साहन नहीं मिलेगा और नवीनीकृत डीजल तथा सस्टैनेबल एविएशन फ्यूल के उत्पादन के लिए देश में कच्चे माल की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ जाएगी।
ऐसी सूचना मिल रही है कि चीन के अधिकारी यूको के निर्यात शुल्क में दी गई छूट के कथित दुरूपयोग की जांच-पड़ता भी कर रहे हैं। उस्डा के मुताबिक टैक्स में छूट का लाभ हासिल करने के लिए आयातक कथित रूप से यूको के साथ पाम तेल एसिड का मिश्रण कर रहे थे।
स्वदेशी जैव डीजल उद्योग को सहयोग-समर्थन एवं प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से चीनी की सरकार ने 15 नवम्बर को अपनी नीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन कर दिया।
यूको पर निर्यात शुल्क में छूट को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था जो 1 सितम्बर 2024 से प्रभावी हो गया। इससे यूको के बाजार में हलचल मच गई है।
अवशिष्ट तेल की कीमतों में भारी गिरावट आ गई और उत्तरी चीन में निर्यात क्वालिटी वाले ब्राउन ग्रीज का भाव 11 प्रतिशत घट गया। यूको के निर्यात में बाधा पड़ने लगी है क्योंकि शुल्क दोबारा लागू होने से वैश्विक निर्यात बाजार में इसकी प्रतिस्पर्धी क्षमता काफी घट गई है।