iGrain India - फ्लोर मिलर्स की अच्छी मांग से गेहूं का भाव रहा मजबूत नई दिल्ली । आपूर्ति का ऑफ सीजन होने से मंडियों में आवक सीमित होने तथा फ्लोर मिलर्स एवं प्रोसेसर्स की अच्छी मांग से 30 नवम्बर से 6 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान गेहूं का भाव मजबूत रहा। यद्यपि दिल्ली में यूपी / हरियाणा के गेहूं का दाम 30 रुपए गिरकर 3040/3050 रुपए प्रति क्विंटल रह गया लेकिन अन्य मंडियों में आमतौर पर इसमें 50-100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के इंदौर एवं देवास में भी गेहूं की कीमत क्रमश: 20 रुपए तथा 100 रुपए नरम रही लेकिन डबरा में 150 रुपए, भोपाल में 100 रुपए तथा इटारसी में 58 रुपए की तेजी दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश इसी तरह उत्तर प्रदेश की अधिकांश मंडियों में गेहूं के दाम में 70 से 110 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ। लेकिन महाराष्ट्र की जालना मंडी में भाव 300 रुपए की भारी गिरावट के साथ 2550/3100 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। नीलामी 4 दिसम्बर से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं बेचने के लिए साप्ताहिक ई-नीलामी का आयोजन शुरू कर दिया और पहली नीलामी में एक लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया जिसमें से करीब 99 हजार टन की बिक्री हो गई। मिलर्स / प्रोसेसर्स इस सस्ते सरकारी गेहूं की खरीद पर टूट पड़े क्योंकि बाजार भाव इससे काफी ऊंचा चल रहा है। आगामी सप्ताहों के दौरान भी सरकारी गेहूं की खरीद के प्रति उसका तीव्र आकर्षण बरकरार रहने की संभावना है। दरअसल अभी गेहूं की बिजाई चल रही है और नई फसल की जोरदार आवक अगले वर्ष अप्रैल में शुरू होगी। कोटा सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना के तहत मार्च 2025 तक बेचने के लिए 25 लाख टन गेहूं का कोटा निर्धारित किया है और उम्मीद की जा रही है कि इसकी पूरी मात्रा की बिक्री हो जाएगी। घरेलू बाजार भाव पर इसका भारी प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना नहीं है लेकिन थोड़ा-बहुत प्रभाव पड़ सकता है।