iGrain India - मुम्बई । सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) सहित अन्य स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों के अवलोकन से पता चलता है कि भारतीय बंदरगाहों पर विदेशों से आयातित खाद्य तेलों का कुल स्टॉक 15 नवम्बर 2024 को 9,39,707 टन मौजूद था जो 30 नवम्बर 2024 को 3 प्रतिशत या करीब 30 हजार टन बढ़कर 9,69,339 टन पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान क्रूड पाम तेल (सीपीओ) तथा क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल के स्टॉक में कमी आई जबकि आरबीडी पामोलीन, क्रूड सूरजमुखी तेल और अन्य खाद्य तेल के स्टॉक में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 15 जनवरी की तुलना में 30 नवम्बर 2024 को भारतीय बंदरगाहों पर क्रूड पाम तेल का स्टॉक 3,17,358 टन से 7 प्रतिशत गिरकर 2,96,491 टन तथा क्रूड डिगम सोयाबीन तेल का स्टॉक 1,85,017 टन से 28 प्रतिशत घटकर 1,33,640 टन रह गया।
दूसरी ओर इसी अवधि में आरबीडी पामोलीन का स्टॉक 1,57,765 टन से 39 प्रतिशत उछलकर 2,18,895 टन, क्रूड सूरजमुखी तेल का स्टॉक 2,54,814 टन से 14 प्रतिशत बढ़कर 2,91,8481 टन तथा अन्य खाद्य तेलों का स्टॉक 24,753 टन से 16 प्रतिशत सुधरकर 28,832 टन पर पहुंच गया। इसके अलावा पाइप लाइन में भी खाद्य तेलों का भारी स्टॉक रहता है।
भारत में मुख्य रूप से इंडोनेशिया,मलेशिया एवं थाईलैंड से पाम तेल, अर्जेन्टीना एवं ब्राजील से सोयाबीन तेल तथा रूस, रोमानिया एवं यूक्रेन से सूरजमुखी तेल का आयात होता है।
भारत संसार में खाद्य तेलों का सबसे प्रमुख आयातक तथा पांचवां सबसे बड़ा उत्पादक देश है। घरेलू उत्पादन मांग एवं जरूरत की तुलना में काफी कम होने से भारत को प्रति वर्ष विदेशों से विशाल मात्रा में खाद्य तेलों का आयात करने की आवश्यकता पड़ती है।