iGrain India - कुआलालम्पुर । भारत सहित कुछ अन्य देशों में मांग कमजोर पड़ने से नवम्बर 2024 में मलेशियाई पाम तेल का निर्यात प्रदर्शन सुस्त रहा। सरकारी संस्था- मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) के नवीनतम मासिक आंकड़ों से पता चलता है कि नवम्बर में मलेशिया से पाम तेल उत्पादों का कुल निर्यात घटकर 14,87,212 टन पर अटक गया जो अक्टूबर के शिपमेंट से 14.75 प्रतिशत कम था।
एम्पोब की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर के मुकाबले नवम्बर 2024 के दौरान क्षेत्र में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन 9.80 प्रतिशत घटकर 16,21,294 टन पर अटक गया जबकि विदेशों से इसका आयात 35.08 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 22 हजार टन पर पहुंच गया।
नवम्बर के अंत में मलेशिया में 9,97,494 टन क्रूड पाम तेल तथा 9,28,673 टन रिफाइंड पाम तेल (आरबीडी पामोलीन सहित) के साथ पाम तेल का कुल बकाया अधिशेष स्टॉक 18,36,167 टन दर्ज किया गया जो अक्टूबर 2024 की समाप्ति के समय उपलब्ध स्टॉक से 2.6 प्रतिशत कम रहा। इस अवधि में पाम कर्नेल तेल का बकाया स्टॉक भी 8.32 प्रतिशत घटकर 2,85,610 टन पर अटक गया।
ध्यान देने की बात है कि इंडोनेशिया के बाद मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। भारत इसके पाम तेल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार है।
लेकिन भारत में मुख्य त्यौहारी सीजन नवम्बर के प्रथम सप्ताह में समाप्त हो गया था इसलिए अक्टूबर की तुलना में नवम्बर में पाम तेल का आयात कमजोर रहा।
पाम तेल के सुरक्षित बकाया स्टॉक में गिरावट आने से कुआलालम्पुर स्थित बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज में क्रूड पाम तेल बेंचमार्क वायदा मूल्य में कुछ सुधार आने के आसार हैं जबकि पहले से ही यह ऊंचे स्तर पर चल रहा है।
समझा जाता है कि मलेशिया में पाम तेल के उत्पादन का पीक सीजन अब समाप्त होने लगा है।