iGrain India - पेटालिंग जया । दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित संसार के दूसरे सबसे प्रमुख पाम तेल उत्पादक एवं निर्यातक देश- मलेशिया में नवम्बर के अंतिम सप्ताह में हुई जोरदार बारिश से कई क्षेत्रों में भीषण बाढ़ आ गई और पाम बागानों में पानी भर गया। इसके फलस्वरूप वहां लगातार चौथे माह पाम तेल के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है।
सरकारी संस्था- मलेशियन पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) के महानिदेशक ने भयंकर बाढ़ से स्थिति गंभीर होने की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में पाम तेल के उत्पादन में 5 से 8 प्रतिशत तक की गिरावट आने का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन आगे यदि और बारिश हुई और बाढ़ की विभीषिका में कमी नहीं आई तो पाम तेल का उत्पादन 10 से 20 प्रतिशत तक घट सकता है।
इस जोरदार वर्षा एवं विनाशकारी बाढ़ से खासकर मलेशिया के प्रायद्वीपीय भाग और पूर्वोत्तर क्षेत्र के तटवर्ती इलाकों में पाम बागानों को भारी क्षति पहुंचने की आशंका है। वर्षा एवं बाढ़ का प्रकोप दक्षिणी थाईलैंड में भी देखा जा रहा है।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का बेंचमार्क वायदा मूल्य पहले से ही ऊंचे स्तर पर चल रहा है जबकि बाढ़-वर्षा के प्रकोप से उत्पादन घटने के मनोवैज्ञानिक असर की वजह से वायदा भाव में कुछ और तेजी आने की संभावना है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश के प्रायद्वीपीय भाग में उम्मीद से बहुत अधिक बारिश हुई है। पूर्वी तट के कुछ भागों में तो 26 से 30 नवम्बर के बीच छह माह के समतुल्य बारिश हो गई।
एम्पोब के अनुसार अक्टूबर की तुलना में नवम्बर 224 के दौरान मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन 9.8 प्रतिशत घटकर 16.20 लाख टन के करीब सिमट गया जो वर्ष 2020 के बाद का सबसे निचला स्तर था। इस बीच मौसम विभाग ने कहा है कि देश के कुछ राज्यों में 16 से 19 दिसम्बर तक भारी वर्षा का दौर जारी रह सकता है।