iGrain India - कुआलालम्पुर । दुनिया के दूसरे सबसे प्रमुख पाम तेल उत्पादक एवं निर्यातक देश- मलेशिया में रिफरेंस मूल्य के ऊंचा होने से वास्तविक भुगतेय निर्यात शुल्क में बदलाव हो जाएगा जबकि इसके आधार स्तर में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2025 के लिए मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का रिफरेंस मूल्य 5001.72 रिंगिट प्रति टन आंका गया है जो दिसम्बर 2024 के अनुमानित मूल्य 4471.39 रिंगिट प्रति टन से 530.33 रिंगिट ज्यादा है।
इसके फलस्वरूप वहां निर्यात शुल्क की दर तो 10 प्रतिशत के पिछले स्तर पर ही बरकरार रहेगी और उसमें कोई बदलाव नहीं होगा लेकिन कुल भुगतान वाला टैक्स ऊंचा हो जाएगा।
उदाहरणस्वरूप 4471.39 रिंगिट प्रति टन के रिफरेंस मूल्य पर 10 प्रतिशत का निर्यात टैक्स लगने पर कुल 447.139 रिंगिट प्रति टन के शुल्क का भुगतान दिसम्बर 2024 में करना पड़ रहा है जबकि जनवरी 2025 में 5001.72 रिंगिट प्रति टन के रिफरेंस मूल्य पर 10 प्रतिशत का टैक्स लागू होने पर वास्तविक भुगतान का स्तर 50.03 रिंगिट बढ़कर 500.17 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच जाएगा।
अमरीकी डॉलर में भी वास्तविक शुल्क में बढ़ोत्तरी होगी और यह दिसम्बर 2024 के 100.12 डॉलर प्रति टन से 11.97 डॉलर बढ़कर जनवरी 2025 में 112.09 डॉलर प्रति टन पर पहुंचेगा।
भारत, चीन एवं यूरोपीय संघ मलेशियाई पाम तेल के शीर्ष आयातक हैं। भारत में पाम तेल पर कुछ माह पूर्व आयात शुल्क में 20 प्रतिशत बिंदु की बढ़ोत्तरी की गई है जिससे आयात महंगा हो गया है। मलेशियाई पाम तेल का बेंचमार्क वायदा मूल्य भी ऊंचे स्तर पर है।