iGrain India - न्यूयार्क । एक अग्रणी कॉमोडिटी विश्लेषक का कहना है कि वर्ष 2024 के दौरान ब्राजील के मध्य- दक्षिणी भाग में भयंकर सूखा पड़ने एवं गन्ना के खेतों में आग लगने से चीनी का उत्पादन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ लेकिन थाईलैंड एवं यूरोपीय संघ में बेहतर उत्पादन की उम्मीद से इसकी काफी हद तक भरपाई हो सकती है।
थाईलैंड में 2023-24 की तुलना में 2024-25 सीजन के दौरान चीनी के उत्पादन में 18 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया जा रहा है।
विश्लेषक के मुताबिक ब्राजील से चीनी की आपूर्ति के प्रति स्पष्ट जोखिम बना हुआ है जिससे वैश्विक बाजार में उम्मीद के अनुरूप अधिशेष स्टॉक की उपस्थिति में अनिश्चितता बनी हुई है मगर यूरोपीय संघ तथा थाईलैंड और कुछ हद तक भारत में उत्पादन बेहतर होने से वैश्विक बाजार में चीनी के दाम में भारी तेजी पर ब्रेक लगा रह सकता है।
इसके बाद जब ब्राजील में अगले साल अप्रैल में 2025-26 का नया मार्केटिंग सीजन आरंभ होगा तब चीनी के उत्पादन का परिदृश्य बाजार पर असर डाल सकता है।
समीक्षकों के मुताबिक आमतौर पर भारत से चीनी के निर्यात की संभावना बहुत कम है लेकिन यदि सरकार इसके शिपमेंट की अनुमति देती है तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य पर दबाव और बढ़ सकता है।
ऐसी हालत में वर्ष 2025 के दौरान न्यूयार्क एक्सचेंज में कच्ची (रॉ शुगर) का औसत वायदा भाव सर्वाधिक सक्रिय (बेंचमार्क) पोजीशन के लिए 20.30 सेंट प्रति पौंड के आसपास रह सकता है।
ब्राजील के मध्य दक्षिणी भाग में 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान करीब 59.50 करोड़ टन गन्ना की क्रशिंग तथा लगभग 390-395 लाख टन के बीच चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहां गन्ना क्रशिंग की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है।