iGrain India - नई दिल्ली । अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में प्रीमियम क्वालिटी की भारतीय रूई को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए कस्तूरी ब्रांड की कपास को एक ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत किया गया है।
इसके साथ-साथ केन्द्रीय राज्य मंत्रालय के विकास आयुक्त कार्यालय (हस्तकरघा) द्वारा 'पहचान' योजना के अंतर्गत कुल 32.05 लाख हस्तकारों-शिल्पियों (आर्टिजन) को संगठित किया गया है जिसमें 9.56 लाख पुरुष हस्तकार एवं करीब 20 लाख महिला शिल्पकार शामिल हैं।
केन्द्र सरकार ने देश में ग्रीन फील्ड / ब्राउन फील्ड दशकों पर सात पी सममेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएममित्रा) पार्कों की स्थापना को स्वीकृत प्रदान कर दी है जिसमें विश्व स्तर का बुनियादी ढांचा उपलब्ध होगा।
इसमें प्लग एंड प्ले सुविधा भी शमिल है। इन पार्कों के निर्माण के लिए 4445 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान वर्ष 2027-28 तक के लिए रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय टेक्सटाइल एवं अपैरल उद्योग देश के आर्थिक विकास, निर्यात संवर्धन, रोजगार सृजन तथा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और विश्व स्तर पर भारत की समृद्ध विरासत तथा सस्कृति को प्रदर्शित करने में भी विशिष्ट योगदान दे रहा है।
सरकार कपास का उत्पादन बढ़ाने तथा इसकी उपज दर एवं क्वालिटी म सुधार लाने पर विशेष ध्यान दे रही है ताकि न केवल उत्तम गुणवत्ता वाली रूई का बेहतर उत्पादन सुनिश्चित हो सके बल्कि विश्व स्तर पर इसकी विशिष्ट पहचान भी बन सके।