iGrain India - परानागुआ । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में 2024-25 सीजन के दौरान सोयाबीन का उत्पादन उछलकर 1700 लाख टन तथा मक्का का उत्पादन बढ़कर 1250 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया है।
इसके फलस्वरूप वर्ष 2025 में वहां इन दोनों उत्पादों के निर्यात योग्य स्टॉक में जबरदस्त इजाफा होगा लेकिन निर्यात शिपमेंट में कुछ समस्या उत्पन्न हो सकती है।
ब्राजील के बंदरगाहों पर सोयाबीन तथा इसके उत्पादों एवं मक्का का अम्बार लग सकता है और इसके शिपमेंट में देर हो सकती है।
ध्यान देने की बात है कि ब्राजील से चीनी सहित कई अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात भी बड़े पैमाने पर होता है। बंदरगाहों पर जगह की कमी पड़ने तथा माल वाहक जहाजों की सीमित उपलब्धता होने से निर्यातकों की कठिनाई बढ़ने की आशंका है।
एक अग्रणी विश्लेषक ने वर्ष 2025 के दौरान ब्राजील से 10.50 लाख टन सोयाबीन, 420 लाख टन मक्का, 350 लाख टन चीनी तथा 230 लाख टन सोयामील का निर्यात होने का अनुमान लगाया है।
इस तरह केवल इन चार उत्पादों का ही कुल निर्यात 2050 लाख टन से ऊपर पहुंच जाने की संभावना है जो वर्ष 2024 के कुल अनुमानित शिपमेंट से 100 लाख टन ज्यादा है।
इस लैटिन अमरीकी देश में सोयाबीन की बिजाई देर से होने के कारण इसकी कटाई-तैयारी भी जनवरी के बजाए फरवरी में जोर पकड़ेगी।
इससे परिवहन का गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है। यदि फरवरी में बारिश हुई या मौसम नम रहा तो कटाई-तैयारी में और भी देर हो सकती है।
समझा जाता है कि इस वर्ष ब्राजील के प्रमुख कृषि उत्पादक राज्यों में ट्रकों एवं अन्य माल वाहक वाहनों का किराया बढ़ सकता है।
माटो ग्रोसो के सोरिसो से परानागुआ बंदरगाह तक माल पहुंचाने के लिए ट्रक का भाड़ा-जुलाई 2024 में 473 रियाल प्रति टन तथा दिसम्बर में 386 रियाल प्रति टन चल रहा था मगर फरवरी से इसमें बढ़ोत्तरी होने की संभावना है क्योंकि तब सोयाबीन का नया माल आने लगेगा।