iGrain India - मुम्बई । 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन की पहली तिमाही में यानी अक्टूबर-दिसम्बर 2024 के दौरान देशभर की मंडियों में कुल 123.80 लाख गांठ (170 किलो की प्रत्येक गांठ) कपास की आवक हुई।
उद्योग-व्यापार क्षेत्र की एक अग्रणी संस्था- कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने चालू सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर कुल 302 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान लगाया है।
एसोसिएशन के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती दो महीनों- अक्टूबर एवं नवम्बर में 69.22 लाख गांठ कपास की आवक हुई थी जबकि दिसम्बर में लगभग 52.52 लाख गांठ की आपूर्ति हुई।
समझा जाता है कि सरकारी एजेंसी- भारतीय कपास निगम (सीसीआई) की खरीद की रफ्तार बढ़ने से किसानों को मंडियों में अपना उत्पाद उतारने का प्रोत्साहन मिला।
उत्तरी राज्यों- पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान की मंडियों में तिमाही के दौरान कुल 14.16 लाख गांठ कपास की आवक हुई। इसी तरह गुजरात में 21.63 लाख गांठ तथा महाराष्ट्र में 22.93 लाख गांठ की आपूर्ति हुई।
इसके अलावा मध्य प्रदेश की मंडियों में 9.52 लाख गांठ, तमिलनाडु में 53,400 गांठ, उड़ीसा में 82,500 गांठ तथा अन्य राज्यों में 30 हजार गांठ की आवक दर्ज की गई।
एसोसिएशन ने 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान देश में कुल मिलाकर 302.25 लाख गांठ कपास के उत्पादन की संभावना व्यक्त की है जो सरकारी अनुमान से कुछ ज्यादा लेकिन 2023-24 सीजन के अनुमानित उत्पादन 325.22 लाख गांठ से लगभग 7 प्रतिशत या 23 लाख गांठ कम है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 299.26 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया है। दरअसल पिछले साल के मुकाबले वर्ष 2024 के खरीफ सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर कपास के बिजाई में लगभग 14 लाख हेक्टेयर की जोरदार गिरावट आ गई जबकि कुछ इलाकों में प्रतिकूल मौसम एवं कीड़ों-रोगों के प्रकोप से भी फसल को क्षति हुई थी।