साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना 2030 तक संभव

प्रकाशित 18/11/2022, 05:40 am
© Reuters.  5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना 2030 तक संभव
DX
-
PNBK
-
SBI
-

नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। यूक्रेन संकट, बढ़ती महंगाई और कोरोनावायरस महामारी के बाद के प्रभावों के कारण पैदा हुई अस्थिर भू-राजनीतिक स्थितियों के कारण भारत के लिए 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल लग रहा है। बैंकिंग उद्योग के शीर्ष प्रतिनिधियों ने कहा है कि वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर को देखते हुए ऐसा केवल 2030 तक ही संभव होगा।सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधियों ने वित्त पर उच्च स्तरीय संसदीय स्थायी समिति को यह संकेत दिया है।

घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई (NS:SBI)), पंजाब नेशनल बैंक (NS:PNBK) (पीएनबी) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसे शीर्ष सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रतिनिधियों ने हाल ही में संसदीय पैनल के साथ वैश्विक व भारतीय अर्थव्यवस्था और 5 ट्रिलियन डॉलर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए रोडमैप और इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) संचालन सहित बैंकिंग क्षेत्र की प्रदर्शन समीक्षा के बारे में कहा जाता है कि यह संकेत दिया गया है कि वर्तमान जीडीपी दर लगभग 6.4 प्रतिशत है, इसे 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना संभव नहीं होगा।

बैंकों के अधिकारियों ने संसदीय पैनल को बताया है कि 2030 से पहले 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिए लगभग 10 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि की जरूरत है। मौजूदा वैश्विक आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह वृद्धि दर संभव नहीं लगती।

बैंकों के अधिकारियों के हवाले से सूत्रों ने आगे बताया कि इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड की शुरुआत के बाद से पिछले छह वर्षो में नॉन परफॉर्मिग एसेट्स (एनपीए) की रिकवरी भी केवल 30 प्रतिशत रही है, जो संतोषजनक नहीं है।

अधिकारियों ने समिति को सूचित किया है कि अगर बैंकिंग उद्योग में सुधार होता है, तभी 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।

संसदीय पैनल के समक्ष बैंकिंग उद्योग द्वारा लगाया गया अनुमान सरकार के लिए एक झटके के रूप में आ सकता है, क्योंकि सरकार आमतौर पर समय सीमा से पहले लक्ष्यों को हासिल करने का लक्ष्य रखती है।

केंद्र ने 2030 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा था, जिसे अब वह 2025-26 तक हासिल करने की ओर अग्रसर है।

साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024-25 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था और वैश्विक बिजलीघर बनाने की कल्पना की थी।

हालांकि, बैंकिंग उद्योग द्वारा किए गए अनुमानों और प्रचलित वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए समय सीमा कुछ अधिक महत्वाकांक्षी प्रतीत होती है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित