चंडीगढ़, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। शहरी नेताओं और पेशेवरों को शहर के लायक सोच और भविष्य की बढ़ती शहरी आबादी की जरूरतें पूरी करने में सक्षम होने के लिए डेटा और प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से बड़ी तस्वीर को समझने की जरूरत है। यह बात स्मार्ट सिटीज मिशन के संयुक्त सचिव एवं मिशन निदेशक कुणाल कुमार ने गुरुवार को कही।कुमार आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के स्मार्ट सिटीज मिशन के समन्वय में चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड (सीएससीएल) द्वारा आयोजित डेटा और प्रौद्योगिकी पर स्मार्ट शहरों के सीईओ सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जिसमें 100 स्मार्ट शहरों के लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
सम्मेलन का उद्देश्य सहकर्मी सीखने और विचारों के आदान-प्रदान को सक्षम करना था, जो सभी स्मार्ट शहरों में सर्वोत्तम प्रथाओं के विकास की ओर ले जाता है। चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड की सीईओ अनिंदिता मित्रा ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट गवर्नेस की जरूरत है।
अनिंदिता ने कहा, स्मार्ट शहरों के प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग अनिवार्य है। चंडीगढ़ में बहुत जल्द स्मार्ट सिटीज मिशन, 5जी रोलआउट और हमारी माइक्रो गति शक्ति पहल के तहत तैयार किए गए आशाजनक बुनियादी ढांचे के साथ हम व्यापार मॉडल, बेहतर सेवाओं और शहर की बेहतर स्थिरता के नए प्रतिमानों का अनुभव करेंगे।
उन्होंने कहा, हमने एक विस्तृत रोडमैप बनाया है कि कैसे प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक विभाग आने वाले कुछ महीनों में हमारे आईसीसीसी (एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र) से लाभान्वित होगा। हम चंडीगढ़ को डेटा-संचालित शहर बनाने के लिए समर्पित प्रयास कर रहे हैं।
कोच्चि और पणजी के बाद डेटा और प्रौद्योगिकी पर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला चंडीगढ़ तीसरा स्मार्ट शहर है। सम्मेलन में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, भागीदारों और प्रायोजकों के सीईओ और अन्य अधिकारी शामिल थे।
--आईएएनएस
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