🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

मानसून के आने में देर होने से खरीफ फसलों का क्षेत्रफल गत वर्ष से काफी पीछे

प्रकाशित 10/06/2023, 12:43 pm
अपडेटेड 10/06/2023, 12:45 pm
मानसून के आने में देर होने से खरीफ फसलों का क्षेत्रफल गत वर्ष से काफी पीछे
ZS
-
NMZFc1
-

iGrain India - नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने में एक सप्ताह की देर होने से खरीफ फसलों की बिजाई इस बार काफी पिछड़ गई। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ सीजन के दौरान फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 9 जून तक केवल 16.53 लाख हेक्टेयर पर पहुंच सका जिसमें गन्ना का क्षेत्रफल शामिल नहीं है।

पिछले साल गन्ना के रकबे के साथ इसी अवधि में कुल बिजाई क्षेत्र 64.47 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा था। मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022 की तुलना में 2023 के दौरान 9 जून तक राष्ट्रीय स्तर पर धान का उत्पादन क्षेत्र 4.91 लाख हेक्टेयर से घटकर 3.52 लाख हेक्टेयर दलहनों का बिजाई क्षेत्र 1.75 लाख हेक्टेयर से गिरकर 1.09 लाख हेक्टेयर तक तिलहनों का क्षेत्रफल 1.17 लाख हेक्टेयर से फिलसकर 78 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया जबकि दूसरी ओर मोटे अनाजों का रकबा 2.89 लाख हेक्टेयर से उछलकर 5.41 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा। 

दलहन फसलों के संवर्ग में समीक्षाधीन अवधि के दौरान अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 37 हजार हेक्टेयर से घटकर 17 हजार हेक्टेयर, उड़द का बिजाई क्षेत्र 33 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 22 हजार हेक्टेयर तथा मूंग का रकबा 55 हजार हेक्टेयर से गिरकर 23 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया। इसी तरह कुलथी सहित अन्य दलहनों का बिजाई क्षेत्र भी गत वर्ष के 50 हजार हेक्टेयर से फिसलकर इस बार 47 हजार हेक्टेयर रह गया।

तिलहन फसलों में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 46 हजार हेक्टेयर से लुढ़ककर 27 हजार हेक्टेयर, सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 24 हजार हेक्टेयर से गिरकर 19 हजार हेक्टेयर तथा तिल का क्षेत्रफल 13 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 10 हजार हेक्टेयर रह गया। सूरजमुखी, अरंडी  एवं नाइजर सीड सहित अन्य तिलहन फसलों की बिजाई या तो शुरू नहीं हुई या फिर नगण्य हुई है।

मोटे अनाजों के रकबे में अच्छी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। इसके तहत बाजरा का उत्पादन क्षेत्र उछलकर 2.39 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का बिजाई क्षेत्र 1.98 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.21 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा।

ज्वार का क्षेत्रफल भी 14 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 17 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया रागी का रकबा 23 हजार हेक्टेयर पर स्थिर रहा जबकि अन्य मिलेट्स का बिजाई क्षेत्र 49 हजार हेक्टेयर से गिरकर 41 हजार हेक्टेयर रह गया।                    

IGrain India

+91 9350141815

igrainind@gmail.com

Twitter igrain_india

Linked in linkedin.com/in/rahul-chauhan-igrain-india-a9090514

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित