iGrain India - कुआलालम्पुर । इंडोनेशिया की आक्रामक नीति तथा सॉफ्ट तेलों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण मई में मलेशिया से पाम तेल उत्पादों का कुल निर्यात अप्रैल के मुकाबले 0.78 प्रतिशत घटकर 10.79 लाख टन पर सिमट गया।
वहां पाम के ताजे फलों के गुच्छे (एफएफबी) के दाम में भी 10.32 प्रतिशत की गिरावट आ गई जबकि पाम तेल उत्पादों का बकाया अधिशेष स्टॉक बढ़ गया।
सरकारी संस्था- मलेशियन पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल की तुलना में मई 2023 के दौरान मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन 26.80 प्रतिशत उछलकर 15.18 लाख टन के करीब पहुंच गया जबकि विदेशों से लगभग 81 हजार टन पाम तेल का आयात भी हुआ।
इसमें से 10.79 लाख टन पाम तेल का निर्यात हुआ और घरेलू खपत के बाद वहां पाम तेल का कुल बकाया अधिशेष स्टॉक 12.63 प्रतिशत बढ़कर 16.87 लाख टन पर पहुंच गया।
इसमें 9.22 लाख टन क्रूड पाम तेल (सीपीओ) तथा 7.65 लाख टन प्रोसेस्ड पाम तेल (सीपीओ) का स्टॉक सम्मिलित था।
अप्रैल के मुकाबले मई 2023 के अंत में मलेशिया में सीपीओ के स्टॉक में 10.66 प्रतिशत तथा सीपीओ के स्टॉक में 15.10 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
इसके अलावा मई 2023 की समाप्ति के समय मलेशिया में 3.33 लाख टन से कुछ अधिक पाम कर्नेल तेल (सीपीओ) का अधिशेष स्टॉक भी मौजूद था।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया के बाद मलेशिया संसार में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। भारत, चीन एवं बांग्ला देश सहित कई अन्य देशों में वहां से बड़े पैमाने पर पाम तेल का निर्यात किया जाता है।
इंडोनेशिया सरकार द्वारा अपने पाम तेल का जोरदार निर्यात सुनिश्चित करने के लिए हाल के दिनों में इसके निर्यात शुल्क एवं लेवी में भारी कटौती कर दी गई है।
उधर वैश्विक बाजार में सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल जैसे सॉफ्ट खाद्य तेलों का भाव घटकर काफी नीचे आ गया है जिससे पाम तेल की खरीद के प्रति आयातकों का उत्साह एवं आकर्षण घटता जा रहा है।
IGrain India
+91 9350141815
igrainind@gmail.com
Twitter igrain_india
Linked in linkedin.com/in/rahul-chauhan-igrain-india-a9090514