iGrain India - यंगून । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार से इस वर्ष मूंग का अच्छा निर्यात हो रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों में म्यांमार से कुल मिलाकर 1,17,201 टन से कुछ अधिक मूंग का निर्यात हुआ जिससे 766.39 लाख डॉलर की आमदनी प्राप्त हुई।
मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 1 अप्रैल से 2 जून की समयावधि के दौरान म्यांमार से कुल दलहनों एवं बीन्स का निर्यात बढ़कर 3,10,573 टन पर पहुंच गया।
म्यांमार के दलहन, बीन्स, मक्का एवं तिल व्यापारी संघ के अनुसार मूंग का अधिकांश निर्यात चीन को किया जाता है क्योंकि वहां इसकी भारी मांग रहती है। इसके अलावा वियतनाम तथा अनेक यूरोपीय देशों को भी इसका शिपमेंट होता है।
पहले भारत में भी इसका आयात होता था लेकिन अब यह बंद हो गया है। पिछले साल सरकार ने इसके आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार में मूंग तथा उड़द के साथ-साथ अरहर (तुवर) का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है।
भारत में म्यांमार से भारी मात्रा में तुवर एवं उड़द का आयात किया जाता है। म्यांमार में दलहनों एवं बीन्स के कुल उत्पादन में मूंग एवं उड़द की भागीदारी 60-70 प्रतिशत के करीब रहती है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से ज्ञात होता है कि वित्त वर्ष 2022-23 की सम्पूर्ण अवधि के दौरान म्यांमार से कुल मिलाकर 19.20 लाख टन से अधिक दलहनों एवं बीन्स का निर्यात हुआ जिसमें 6,91,399 टन मूंग का शिपमेंट भी हामिल था।
ध्यान देने की बात है कि धान के बाद म्यांमार में दलहन फसलों की खेती ही सर्वाधिक क्षेत्रफल में की जाती है और देश के सकल कृषि उत्पादन में इसकी भागीदारी 33 प्रतिशत के करीब रहती है।
भारत म्यांमार के दलहनों का प्रमुख खरीदार बना हुआ है। आयात नीति को उदार बनाते हुए भारत सरकार ने 31 मार्च 2024 तक अरहर एवं उड़द के नियंत्रण मुक्त आयात की अनुमति दे रखी है ताकि वहां से निरंतर इसे मंगाने में कोई व्यवधान न पड़े।
म्यांमार सड़क मार्ग से चीन को मूंग का निर्यात करता है जबकि अन्य देशों में समुद्री मार्ग से इसका शिपमेंट होता है। मूंग की खेती के प्रति वहां किसानों का उत्साह एवं आकर्षण बरकरार है क्योंकि इससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है।
IGrain India
+91 9350141815
igrainind@gmail.com
Twitter igrain_india
Linked in linkedin.com/in/rahul-chauhan-igrain-india-a9090514