iGrain India - कीव । यूक्रेन के खाद्य एवं कृषि नीति मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान 1 जुलाई 2022 से 16 जून 2023 के बीच देश से कुल मिलाकर 474.90 लाख टन अनाज एवं दलहन का निर्यात हुआ।
इसमें 163.14 लाख टन गेहूं, 281.85 लाख टन मक्का, 26.67 लाख टन जौ तथा 18 हजार टन राई का शिपमेंट शामिल है। इसके मुकाबले 2020-22 के मार्केटिंग सीजन में यूक्रेन से 17 जून 2022 तक कुल 477.94 लाख टन अनाज एवं दलहन का निर्यात किया गया था जिसमें 186.46 लाख टन गेहूं, 229.40 लाख टन मक्का, 57.37 लाख टन जौ एवं 1.62 लाख टन राई का शिपमेंट सम्मिलित था।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले मार्केटिंग सीजन के मुकाबले मौजूदा सीजन के दौरान यूक्रेन से अनाजी फसलों एवं दलहनों के कुल निर्यात में केवल 3 लाख टन की गिरावट आई जबकि उसे कई बंदिशों एवं कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
गेहूं, जौ तथा राई के निर्यात में काफी गिरावट आ गई लेकिन मक्का का शिपमेंट बहुत बढ़ गया।
मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक चालू माह (जून) के आरंभिक 15 दिनों के दौरान यूक्रेन से कुल 21.53 लाख टन अनाज एवं दलहन का शिपमेंट किया गया जिसमें 8.16 लाख टन गेहूं, 23.14 लाख टन मक्का एवं 20 हजार टन जौ का निर्यात शामिल था।
राई का निर्यात बंद रहा। इसकी तुलना में पिछले साल की इसी अवधि के दौरान यूक्रेन से मात्र 48 हजार टन गेहूं, 6.23 लाख टन मक्का एवं 21 हजार टन जौ के साथ कुल 6.95 लाख टन अनाज एवं दलहन का निर्यात हुआ था।
इसके अलावा 2022-23 सीजन के आरंभ से लेकर अब तक यूक्रेन से 1.47 लाख टन आटा का निर्यात किया गया जो 2021-22 सीजन के करीब 70 हजार टन के दोगुने से भी ज्यादा है।
यूक्रेन कृषि आयोग के मुताबिक 2022-23 का मौजूदा मार्केटिंग सीजन समाप्त होने में महज एक पखवाड़े का समय बाकी है और 1 जुलाई 2023 को औपचारिक रूप से नया मार्केटिंग सीजन आरंभ होने पर यूक्रेन में लगभग 100 लाख टन अनाज का अधिशेष स्टॉक बच जाएगा।
दरअसल यूक्रेन को पिछले करीब एक साल से काला सागर क्षेत्र के केवल तीन बंदरगाहों से अनाज एवं दलहन का निर्यात करने के लिए विवश होना पड़ रहा है क्योंकि रूस ने उसके अन्य सभी बंदरगाहों को बंद करवा दिया है।
रूस की भांति यूक्रेन में भी 1 जुलाई से ही नया मार्केटिंग सीजन आरंभ होता है। वहां से गेहूं, मक्का, जौ, राई एवं सूरजमुखी सहित कई अन्य कृषि उत्पादों का बड़े पैमाने पर निर्यात होता है।
वस्तुत: यूक्रेन गेहूं, मक्का एवं जौ के पांच शीर्ष निर्यातक देशों में शामिल है जबकि सूरजमुखी एवं इसके तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश बना हुआ है।