iGrain India - हैम्बर्ग । जर्मनी के हैम्बर्ग नगर से प्रकाशित तिलहन-तेल विषय के विश्व प्रसिद्ध न्यूजलेटर- ऑयल वर्ल्ड की नवीनतम मासिक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023- 24 मार्केटिंग सीजन में वनस्पति तेलों का औसत वैश्विक बाजार भाव वर्तमान समय में प्रचलित मूल्य स्तर से काफी ऊंचा रह सकता है जबकि दूसरी ओर ऑयल मील की कीमतों पर काफी हद तक दबाव रहने की संभावना है क्योंकि दुनिया भर में सोया डीओसी की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति बेहतर रहेगी।
ऑयल वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पूर्व एशिया में उत्पादन की समस्या गंभीर होती जा रही है जिससे पाम तेल की वैश्विक मांग एवं आपूर्ति के बीच का संतुलन जटिल रहने की संभावना है। वर्ष 2024 में इसका स्पष्ट असर दिखाई पड़ सकता है।
अल नीनो मौसम चक्र के प्रभाव एवं प्रकोप से मौसम शुष्क हो जाएगा और बारिश के अभाव में पाम की औसत उपज दर प्रभावित होगी।
जहां तक सूरजमुखी तेल एवं रेपसीड तेल का सवाल है तो इसके उत्पादन में 2021-22 के मुकाबले 2022-23 के सीजन में 41 लाख टन की भारी बढ़ोत्तरी हुई मगर 2022-23 की तुलना में 2023-24 सीजन के दौरान उत्पादन में केवल 13 लाख टन का इजाफा होने का अनुमान है।
इस तरह उत्पादन की वृद्धि दर में कमी आने का बाजार भाव पर सकारात्मक असर पड़ सकता है।
अमरीका में तिलहन फसलों और खासकर सोयाबीन फसल के प्रति अभी जो खतरा या आशंका है उससे कीमतों में तेजी का माहौल बन सकता है। लेकिन यह ध्यान रखना आवश्यक है कि फसल की प्रगति का अभी आरंभिक चरण है और उसके आधार पर उत्पादन का सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि वह अपरिपक्व अनुमान साबित हो सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 सीजन की तुलना में 2023-24 सीजन के दौरान सोयाबीन का वैश्विक उत्पादन 344 लाख टन बढ़कर 40.23 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है जबकि मार्केटिंग सीजन के अंत यानी अगस्त 2024 में इसका बकाया अधिशेष स्टॉक 190 लाख टन बढ़ जाने के आसार हैं।
सोया तेल पर वैश्विक निर्भरता अगले सीजन (2023-24) में बढ़ेगी लेकिन तेल की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सोयाबीन की क्रशिंग बढ़ाई जाएगी जिससे सोयामील का अधिशेष उत्पादन हो सकता है और इसकी कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।
वर्ष 2023 की पहली छमाही (जनवरी-जून) की तुलना में वर्ष 2024 की समान अवधि के दौरान सोयामील के औसत वैश्विक बाजार मूल्य में 39 प्रतिशत की भारी गिरावट आने की संभावना है जबकि सोया तेल का भाव 10-12 प्रतिशत बढ़ सकता है।