iGrain India - बीजिंग । चीन के सामान्य सीमा शुल्क प्रशासन (जीएसीसी) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि देश में अप्रैल के मुकाबले मई माह में मक्का का आयात 66 प्रतिशत उछलकर 16.60 लाख टन पर पहुंच गया लेकिन मई 2022 के आयात से 20.2 प्रतिशत कम रहा।
उल्लेखनीय है कि चीन ने 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में अमरीका से मक्का के कुछ आयात अनुबंधों को कैंसिल कर दिया। इसके फलस्वरूप चालू वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में यानी जनवरी-मई 2023 के दौरान चीन में कुल मिलाकर 101.90 लाख टन मक्का का आयात किया गया जो वर्ष 2022 की समान अवधि की आयातित मात्रा से 10.6 प्रतिशत कम रहा।
ध्यान देने की बात है कि यद्यपि अमरीका के बाद चीन दुनिया में मक्का का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है लेकिन वहां इसकी खपत इतनी ज्यादा होती है कि उसे विदेशों और खासकर अमरीका से विशाल मात्रा में इसका आयात करना पड़ता है।
मक्का के विपरीत चीन में मई माह के दौरान गेहूं का आयात अप्रैल के मुकाबले 31.6 प्रतिशत घटकर 11.50 लाख टन रह गया लेकिन यह मात्रा मई 2022 के आयात से 71.5 प्रतिशत अधिक रही।
वहां जनवरी-मई 2023 के पांच महीनों में गेहूं का कुल आयात उछलकर 71.90 लाख टन पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 की इसी अवधि के कुल आयात से 62.5 प्रतिशत अधिक था।
मालूम हो कि चीन में अमरीका, कनाडा एवं फ्रांस के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया से भी बड़े पैमाने पर गेहूं का आयात किया जाता है।
चीन जौ का भी एक प्रमुख आयातक देश है। अप्रैल की तुलना में मई माह के दौरान वहां जौ का आयात 28 प्रतिशत बढ़कर 12.80 लाख टन पर पहुंच गया जो मई 2022 के आयात से 59.7 प्रतिशत अधिक रहा।
इसके साथ ही वहां चालू वर्ष के आरंभिक पांच महीनों में जौ का कुल उत्पादन बढ़कर 39.70 लाख टन पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के आयात से 19.3 प्रतिशत अधिक था।
मई में वहां 6.60 लाख टन ज्वार भी मंगाया गया जो अप्रैल के आयात से 40.4 प्रतिशत ज्यादा मगर मई 2022 के आयात से 60.8 प्रतिशत कम था।
जनवरी-मई 2023 के पांच महीनों के दौरान चीन में कुल मिलाकर 16.40 लाख टन ज्वार का आयात किया गया जो वर्ष 2022 के इन्हीं महीनों के सकल आयात से 67.7 प्रतिशत कम रहा। खाद्य श्रेणी के वनस्पति तेलों के आयात में अप्रैल के मुकाबले मई में 23.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।