iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा 28 जून 2023 को जो पहली ई-नीलामी आयोजित की गई थी उसमें करीब 4.08 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया गया था लेकिन उसमें से 86 हजार टन से भी कुछ कम यानी सिर्फ 21 प्रतिशत की खरीद के लिए ही बिड प्राप्त हो सका था।
अब खाद्य निगम की दूसरी ई-नीलामी 5 जुलाई को आयोजित होने वाली है जिसके लिए कुल 4,07,400 टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
ध्यान देने की बात है कि इस नीलामी बिक्री के लिए गेहूं का न्यूनतम आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) एफएक्यू संवर्ग के लिए 2150 रुपए प्रति क्विंटल तथा यूआरएस श्रेणी के लिए 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
इस 4,07,400 टन के ऑफर की कुल मात्रा में 1,23,620 टन एफएक्यू श्रेणी तथा 2,83,780 टन यूआरएस श्रेणी का गेहूं शामिल है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 5 जुलाई को होने वाली ई-नीलामी के लिए आंध्र प्रदेश में 6400 टन, आसाम में 17 हजार टन, बिहार में 32,500 टन, चंडीगढ़ में 3 हजार टन, दिल्ली में 9 हजार टन, गुजरात में 30 हजार टन, हरियाणा में 20 हजार टन, हिमाचल प्रदेश में 1700 टन,
जम्मू कश्मीर में 4200 टन, झारखंड में 14 हजार टन, कर्नाटक में 13,600 टन, केरल में 20 हजार टन, मध्य प्रदेश में 25 हजार टन, महाराष्ट्र में 38 हजार टन, मिजोरम (त्रिपुरा) में 2500 टन, उड़ीसा में 21 हजार टन, पंजाब में 25 हजार टन,
राजस्थान में 20 हजार टन, तमिलनाडु में 18 हजार टन, तेलंगाना में 3 हजार टन, उत्तर प्रदेश में 40 हजार टन, उत्तराखंड में 3 हजार टन तथा पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक 40,500 टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया गया है।
घरेलू प्रभाग में यद्यपि गेहूं का भाव ऊंचे स्तर पर चल रहा है लेकिन फिर भी सस्ते सरकारी गेहूं की अपेक्षित खरीद-बिक्री नहीं हो रही है। इसका एक कारण यह है कि प्रत्येक खरीदार को एक बार में 10 से 100 टन तक की ही खरीद की अनुमति दी गई है।
इसके अलावा गेहूं की बिक्री की कुल ऑफर मात्रा में हल्की क्वालिटी वाले यूआरएस गेहूं ज्यादा होता है जिसका दाम 2125 रुपए प्रति क्विंटल है।