iGrain India - मास्को । दुनिया के सबसे प्रमुख गेहूं निर्यातक देश- रूस से 2022-23 के मार्केटिंग सीजन (जुलाई-जून) के दौरान इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न के निर्यात में 51 का शानदार इजाफा हुआ और यह उछलकर 447 लाख टन से ऊपर पहुंच गया।
प्रमुख आयातक देशों में इसकी जबरदस्त मांग बनी रही जबकि रूस में रिकॉर्ड उत्पादन होने से इसका निर्यात योग्य अधिशेष स्टॉक काफी ऊंचा हो गया।
हालांकि गेहूं निर्यात के रास्ते में अनेक बाधाएं एवं चुनौतियां भी आईं लेकिन इसके बावजूद रूस को गेहूं का रिकॉर्ड निर्यात करने में सफलता मिल गई।
2022-23 का मार्केटिंग सीजन 30 जून को समाप्त हो गया जबकि 1 जुलाई 2023 से नया मार्केटिंग सीजन औपचारिक तौर पर आरंभ हो गया जो 30 जून 2024 तक बरकरार रहेगा।
2023-24 के सीजन में रूस में गेहूं का उत्पादन कुछ घटने की संभावना है जिससे निर्यात में भी कमी आ सकती है।
उल्लेखनीय है कि रूस के कृषि मंत्रालय ने मार्च की अपनी रिपोर्ट में रूस से 2022-23 सीजन के दौरान 450 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड निर्यात का अनुमान लगाया था और वह अब भी इस पर कायम है।
दरअसल रूसी गेहूं के निर्यात बाजार का दायरा काफी बढ़ गया है और उसका गेहूं सस्ता भी रहता है इसलिए आर्थिक दृष्टि से कमजोर अनेक देश उसकी खरीद में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं।
वैसे पांच शीर्ष आयातक देशों में रूसी गेहूं के निर्यात की भागीदारी पिछले सीजन के 66 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 55 प्रतिशत रह गई जिससे संकेत मिलता है कि नए-नए देशों में इसकी पहुंच हो रही है।
इसमें अफ्रीकी देश अल्जीरिया भी शामिल है। पाकिस्तान ने भी रूसी गेहूं का भारी आयात किया। तुर्की में इसका आयात 32 प्रतिशत बढ़कर 91 लाख टन पर पहुंच गया और वह मिस्र को पीछे छोड़कर सबसे बड़ा आयातक देश बन गया।