🟢 बाजार ऊपर हैं। हमारे 120K+ समुदाय का प्रत्येक सदस्य जानता है कि इसके बारे में क्या करना है। आप भी जान सकते हैं।40% की छूट क्लेम करें

भारी वर्षा एवं बाढ़ से कई क्षेत्रों में खरीफ फसलों को नुकसान

प्रकाशित 12/07/2023, 06:23 pm
अपडेटेड 12/07/2023, 06:45 pm
भारी वर्षा एवं बाढ़ से कई क्षेत्रों में खरीफ फसलों को नुकसान
CT
-
ZS
-

iGrain India - नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम मानसून की जबरदस्त बारिश होने तथा बांधों- जलाशयों से पानी छोड़े जाने के कारण देश के कुछ राज्यों में बाढ़ का गंभीर खतरा पैदा हो गया है। खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं और खरीफ फसलें उसमें डूब गई हैं।

पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर तथा दिल्ली जैसे राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहां वर्षा का दौर जारी रहने से संकट और भी बढ़ सकता है। उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बाढ़ का नजारा बनने लगा है।

यही स्थिति राजस्थान एवं गुजरात की है। आसाम में पहले ही 22 जिलों में आई बाढ़ ने खरीफ फसलों को क्षत-विक्षत कर दिया। समझा जाता है कि खेतों में जल का जमाव होने से न केवल बोई गई फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं बल्कि आगे की बिजाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।

इससे खासकर दलहन-तिलहन फसलों की पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है। वर्षा का दौर थमने पर ही क्षति का आंकलन हो सकेगा।

मानसूनी वर्षा के असमान वितरण से इस बार कृषि क्षेत्र के लिए समस्या पैदा हुई है। एक तरफ पश्चिमोत्तर राज्यों में मुसलाधार बारिश हो रही है तो दूसरी ओर महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना जैसे प्रांतों में वर्षा का भारी अभाव होने से खरीफ फसलों की बिजाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है और इसकी गति काफी धीमी चल रही है।

पश्चिमोत्तर प्रांतों में बाढ़-वर्षा से मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली आदि फसलों को क्षति पहुंचने की आशंका है। कहीं-कहीं कपास की फसल को भी नुकसान हो सकता है लेकिन धान की फसल को आमतौर पर फायदा होने की उम्मीद है।

कर्नाटक के उत्तरी भाग, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ संभाग तथा तेलंगाना के कई क्षेत्रों में दीर्घकालीन औसत के मुकाबले इस बार बारिश बहुत कम हुई है। 

एक समस्या यह है कि आगामी समय में अल नीनो मौसम चक्र का आगमन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है जिससे मानसून की तीव्रता एवं गतिशीलता प्रभावित हो सकती है।

इससे देश के कई भागों में बारिश कम होगी और तद्नुरूप खरीफ फसलों की बिजाई एवं प्रगति में बाधा पड़ेगी। अभी जिन इलाकों में अधिशेष बारिश हुई है वहां आगामी समय में वर्षा का अभाव हो सकता है।

जुलाई-अगस्त में देश के अंदर सर्वाधिक बारिश होती है जबकि सितम्बर से यह घटने लगती है। यदि अल नीनो मौसम का तीव्र प्रकोप नहीं रहा तो मानसून  की बारिश सामान्य हो सकती है जैसा की मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित