iGrain India - अहमदाबाद । एक अग्रणी व्यापारिक संस्था- कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने अपनी नई रिपोर्ट में 2022-23 सीजन के लिए कपास के घरेलू उत्पादन का अनुमान बढ़ाकर 311.18 लाख गांठ (170 किलो की प्रत्येक गांठ) निर्धारित किया है।
10 जुलाई को मुम्बई में समूचे देश के कपास क्षेत्र के प्रतिनिधियों की एक मीटिंग बुलाई गई थी और उसमें ही इस उत्पादन का अनुमान लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि मई की रिपोर्ट में एसोसिएशन ने 298.65 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान लगाया था जो 2008-09 सीजन के उत्पादन 290 लाख गांठ के बाद का सबसे निचला स्तर था।
उधर केन्द्र सरकार ने कपास का उत्पादन 343.47 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है जबकि कपास उत्पादन एवं उपयोग समिति द्वारा 337.24 लाख गांठ के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई है। एसोसिएशन ने 2021-22 सीजन के लिए भी कपास के उत्पादन अनुमान को संशोधित करके 299.16 लाख गांठ नियत किया है।
एसोसिएशन के एक बयान में कहा गया है कि 10 जुलाई की बैठक में रूई के राज्यवार प्रेसिंग आंकड़े पर चर्चा की गई जिसे प्रमुख उत्पादक राज्यों के एसोसिएशन ने उपलब्ध करवाया था। इसके अलावा अन्य सम्बद्ध पक्षों द्वारा प्रस्तुत इनपुट पर भी विचार किया गया।
इस मीटिंग में 55 सदस्यों ने भाग लिया जिसमें एसोसिएशन की फसल समिति के सदस्य भी शामिल थे। उनका कहना था कि 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान घरेलू मंडियों में कुल 281.98 लाख गांठ कपास की आपूर्ति हो चुकी है।
इसके तहत सेंट्रल जोन में 171.75 लाख गांठ, दक्षिणी भाग में 65.12 लाख गांठ तथा उत्तरी क्षेत्र में 38.95 लाख गांठ की आवक शामिल थी। 30 जून तक 10 लाख गांठ रूई का आयात हुआ तथा 24.10 लाख गांठ के बकाया स्टॉक के पास रूई की कुल उपलब्धता 315.98 लाख गांठ पर पहुंची।