iGrain India - नई दिल्ली । केरल सरकार ने ओणम पर्व की जरूरतों को पूरा करने के लिए केन्द्र से चावल का और अधिक कोटा आवंटित करने का आग्रह किया है।
केन्द्रीय खाद्य मंत्री के साथ एक मीटिंग के बाद केरल के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने कहा है कि त्यौहारी सीजन के दौरान केरल सरकार राज्य में सभी राशन कार्ड धारकों को 5 किलो अतिरिक्त चावल वितरित करना चाहती है और उम्मीद है कि केन्द्र इस जरूरत को पूरा करने में आवश्यक सहायता प्रदान करेगा।
खाद्य मंत्री के अनुसार केरल को मार्च 2024 तक अपने हिस्से का गेहूं भी मिलता रहेगा। खाद्य मंत्री ने राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ के साथ भी एक मीटिंग की थी जिसमें त्यौहारी सीजन के दौरान समूचे केरल में 'सप्लाई को' के माध्यम से कम दाम वाले दलहनों के वितरण की संभावना पर विचार किया गया।
उल्लेखनीय है कि चावल केरल के लोगों का प्रमुख खाद्य आहार है और वहां बड़े पैमाने पर इसकी खपत होती है। दूसरी ओर गेहूं उत्पादों के प्रति लोगों का रुझान कम रहता है। ओणम वहां प्रमुख त्यौहार माना जाता है और इस अवसर पर चावल की खपत काफी बढ़ जाती है।
इस अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए सरकार सभी राशन कार्ड धारकों को 5 किलो अतिरिक्त चावल का वितरण करना चाहती है।
केन्द्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत सभी राज्यों को चावल की बिक्री रोक दी है जिससे वहां अतिरिक्त चावल के वितरण की योजना संचालित करने में भारी कठिनाई हो रही है।
कर्नाटक और झारखंड की सरकार ने इस पर आपत्ति भी जताई है। लेकिन केरल का मामला उससे भिन्न है क्योंकि वहां सिर्फ ओणम पर्व के लिए अतिरिक्त चावल देने की मांग की गई है जबकि कर्नाटक में अन्न भाग्य गारंटी स्कीम के तहत प्रत्येक माह के लिए सरकारी चावल उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया था। केन्द्र सरकार घरेलू बाजार में चावल की आपूर्ति बढ़ाना चाहती है।