iGrain India - कीव । यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूस डेन्यूब नदी पर बने उसके बंदरगाहों पर अनाज के गोदामों को निशाना बनाकर हमला कर रहा है जिससे वहां कुछ वेयर हाउस क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
डेन्यूब नदी पर रेनी बंदरगाह अवस्थित है जहां 24 जुलाई को रूस ने ड्रोन से हमला करके अनाज के गोदाम को तहस नहस कर दिया। यूक्रेन का कहना ही कि रूस अब टारगेट एरिया को बढ़ाता जा रहा है और उसके नए-नए क्षेत्रों पर आक्रमण कर रहा है।
ध्यान देने की बात है कि यूक्रेन से काला सागर तट पर अवस्थित बंदरगाहों से अनाज का निर्यात शिपमेंट बंद हो चुका है क्योंकि रूस ने चेतावनी दी है कि उस बंदरगाह पर आने-जाने वाले जहजों को खतरा हो सकता है।
यूक्रेन में डेन्यूब नदी पर कुछ छोटे-छोटे बंदरगाह हैं जिसका इस्तेमाल बढ़ाने का प्रयास हो रहा है मगर अब वहां भी रूस का हमला शुरू हो गया है। इससे पूर्व रूस ने यूक्रेन में गहरे पानी के सबसे प्रमुख बंदरगाह- ओडेसा पर मिसाइल एवं ड्रोन से जबरदस्त आक्रमण करके वहां बुनियादी ढांचागत सुविधाओं को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।
रेनी बंदरगाह पर रूसी आक्रमण में अनाज के तीन वेयर हाउस तबाह हो गए। इसके अलावा डेन्यूब नदी पर ही अवस्थित इजमाइल बंदरगाह पर भी रूस ने ड्रोन से भारी हमला करके उसे क्षतिग्रस्त कर दिया।
समझा जाता है कि अनाज निर्यात नौवहन संधि से अलग होने के बाद रूस ने अब यूक्रेन के ओडेसा तथा चोरनोमोर्स्क बंदरगाहों पर मौजूद बुनियादी ढांचागत सुविधाओं को बर्बाद करना आरंभ कर दिया है ताकि भविष्य में यूक्रेन को वहां से अनाज का निर्यात करने में भारी कठिनाई हो सके।
रूस ने यूक्रेन के वैकल्पिक प्रयासों को निशाना बनाना शुरू किया है। इससे यूक्रेन को गेहूं, मक्का, जौ, रेपसीड, सूरजमुखी तेल एवं अन्य कृषि तथा खाद्य उत्पादों का निर्यात करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा जबकि वहां इसकी नई फसल की कटाई-तैयारी का सीजन पहले ही आरम्भ हो चुका है।