iGrain India - चेन्नई । उद्योग-व्यापार क्षेत्र ने चालू माह के दौरान पाम तेल, सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल के आयात में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया है।
इसके तहत जून के मुकाबले जुलाई में पाम तेल का आयात 46 प्रतिशत उछलकर 10 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है जो पिछले सात महीनों का उच्चतम स्तर है।
इसी तरह सूरजमुखी तेल का आयात लगभग दोगुनी बढ़ोत्तरी के साथ 3.85 लाख टन तथा सोयाबीन तेल का आयात 4.75 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया है जो क्रमश: पिछले छह माह एवं एक साल में सबसे ज्यादा है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार इस बार जुलाई माह के दौरान सभी खाद्य तेलों के आयात में असाधारण बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। आमतौर पर यदि किसी माह में पाम तेल का आयात बढ़ता है तो सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल जैसे सॉफ्ट तेलों का आयात घट जाता है।
इसी तरह सॉफ्ट तेलों का आयात बढ़ने पर पाम तेल के आयात में कमी आ जाती है लेकिन इस बार जुलाई में दोनों संवर्ग के खाद्य तेलों के आयात में जोरदार बढोत्तरी देखी जा रही है।
समीक्षकों का कहना है कि देश में रिफाइनिंग उद्योग के मार्जिन में सुधार आया है इसलिए रिफाइनर्स क्रूड खाद्य तेलों का विशाल आयात कर रहे हैं। दो अन्य कारणों से भी जुलाई में खाद्य तेल का आयात बढ़ा है।
पहली बात यह है कि अगले महीने से देश में त्यौहारी सीजन आरंभ होने वाला है जिसमें अन्य चीजों के अलावा खाद्य तेलों की मांग एवं खपत भी बढ़ने की परिपाटी रही है।
दूसरा कारण यह है कि आयातकों को पहले ही संकेत मिल गया था कि रूस अपने पड़ोसी देश- यूक्रेन के साथ किए गए अनाज निर्यात नौवहन संधि को भंग कर सकता है जिससे यूक्रेन से सूरजमुखी तेल का निर्यात बंद हो सकता है और ऐसी हालत में अन्य खाद्य तेलों के दाम में भी वृद्धि हो सकती है।
त्यौहारी सीजन में आपूर्ति एवं उपलब्धता बेहतर बनाए रखने के लिए जुलाई में 18 लाख टन से अधिक खाद्य तेलों का आयात होने का अनुमान है।