iGrain India - मुम्बई । उद्योग- व्यापार क्षेत्र के महारथियों ने जुलाई 2023 के दौरान खाद्य तेलों का कुल आयात तेजी से बढ़कर 17.60 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
उसका कहना है कि आगामी त्यौहारी सीजन को देखते हुए रिफाइनर्स पहले से ही पूरी तरह तैयार रहना चाहते हैं जबकि आगे यूक्रेन से सूरजमुखी तेल के आयात में अनिश्चितता का माहौल रहेगा। पाम तेल का वैश्विक बाजार भाव नरम पड़ने से भारतीय आयातकों को इसका आयात बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिला।
उद्योग-व्यापार क्षेत्र के अनुसार पाम तेल का आयात जून के 6.83 लाख टन से उछलकर जुलाई में 10.90 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है जो गत सात महीनों का उच्चतम स्तर है।
इसी तरह सूरजमुखी तेल का आयात जून के मुकाबले जुलाई में 73 प्रतिशत बढ़कर 3.30 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद है जो पिछले छह माह में सबसे ज्यादा है। लेकिन दूसरी ओर सोयाबीन तेल का आयात 22 प्रतिशत घटकर 3.40 लाख टन पर सिमटने की संभावना है। समझा जाता है कि कांडला बंदरगाह जहाजों से माल उतारने में हो रही देरी के कारण सोया तेल का कम आयात हुआ।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा मध्य अगस्त में एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी जिसमें जुलाई माह के दौरान खाद्य तेलों के हुए आयात का सम्पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया जाएगा।
एसोसिएशन के मुताबिक 2021-22 के मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के दौरान देश में खाद्य तेलों का औसत मासिक आयात 11.70 लाख टन रहा। जून 2023 में लगभग 13 लाख टन खाद्य तेल मंगाया गया था जबकि जुलाई में इसका आयात बढ़कर 17.60 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान उद्योग-व्यापार क्षेत्र ने लगाया है।
ज्ञात हो कि भारत में मुख्यत: इंडोनेशिया, मलेशिया एवं थाईलैंड से पाम तेल, यूक्रेन, रूस एवं अर्जेन्टीना से सूरजमुखी तेल तथा अर्जेन्टीना, ब्राजील एवं अमरीका से सोयाबीन तेल का आयात किया जाता है। 16 अगस्त का अधिमास समाप्त होने के बाद त्यौहारी सीजन औपचारिक रूप से आरंभ हो जाएगा।