iGrain India - गांधीनगर । देश के पश्चिमी राज्य गुजरात में पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान यद्यपि मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र कुछ घट गया है लेकिन कपास, सोयाबीन एवं बाजरा के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई है।
मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 16.72 लाख हेक्टेयर से घटकर 16.21 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया जबकि कपास का बिजाई क्षेत्र 25.29 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 26.65 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो तीन वर्षीय औसत क्षेत्रफल 23.60 लाख हेक्टेयर से भी 13 प्रतिशत अधिक है।
जहां तक सोयाबीन का सवाल है तो गुजरात में चालू खरीफ सीजन के दौरान इसका उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 2.62 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया औसत क्षेत्रफल 1.98 लाख हेक्टेयर से 32 प्रतिशत और पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 2.11 लाख हेक्टेयर से 51 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।
कृषि विभाग के अनुसार सोयाबीन के उत्पादन क्षेत्र में प्रतिशत आधार पर सबसे अधिक बढ़ोत्तरी हुई है। किसानों ने इसकी खेती में अच्छी दिलचस्पी दिखाई है।
मोटे अनाजों के संवर्ग में वहां बाजार का उत्पादन क्षेत्र सुधरकर 1.81 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 1.77 लाख हेक्टेयर से 4 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।
कुल मिलाकर गुजरात में खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र 74.63 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है जो सामान्य औसत क्षेत्रफल का करीब 87 प्रतिशत है। गुजरात देश में कपास, मूंगफली एवं अरंडी का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है। वहां अरंडी की बिजाई जोर-शोर से जारी है।