iGrain India - नई दिल्ली । तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने क्षतिग्रस्त चावल एवं मक्का से निर्मित होने वाले एथनॉल के खरीद मूल्य में बढ़ोत्तरी कर दी है। इसके तहत चावल से उत्पादित एथनॉल का खरीद मूल्य 4.75 रुपए प्रति लीटर एवं मक्का से निर्मित एथनॉल का दाम 6.01 रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया है।
दरअसल भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा एथनॉल निर्माताओं को अपने स्टॉक से चावल की आपूर्ति एकाएक बंद कर दिए जाने से कई एथनॉल निर्माण इकाइयों (डिस्टीलरीज) में काम बंद हो गया जबकि कुछ अन्य प्लांटों में उत्पादन क्षमता के काफ़ी कम भाग का उपयोग हो रहा था।
एथनॉल निर्माताओं के खुले बाजार से अपेक्षाकृत ऊंचे दाम पर चावल एवं मक्का खरीदने के लिए विवश होना पड़ रहा था जिससे उसके मार्जिन में भारी कमी आ गई थी। एथनॉल का निर्माण करना उसके लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा था।
दूसरी ओर तेल (पेट्रोलियम) विपणन कंपनियों को पेट्रोल में मिलाने के लिए अधिक से अधिक मात्रा में एथनॉल की जरूरत है। उसे डर था कि यदि एथनॉल का मूल्य नहीं बढ़ाया गया तो इसके उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार एथनॉल का खरीफ मूल्य बढ़ाए जाने से अनाज पर आधारित डिस्टीलरीज को काफी राहत मिलेगी और उसमें एथनॉल का उत्पादन पुनः आरंभ करने में सहायता प्राप्त होगी।
सरकार ने चालू मार्केटिंग सीजन के लिए पेट्रोल में 12 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अधिकांश एथनॉल चीनी उद्योग से प्राप्त किया जा रहा है जबकि शेष भाग की आपूर्ति अनाज आधारित डिस्टीलरीज करती हैं।