iGrain India - बीजिंग । जोरदार बारिश एवं भयंकर बाढ़ के प्रकोप से चीनी के उत्तरी भाग में अनाज के प्रमख उत्पादक इलाकों में धान तथा मक्का की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
चूंकि आगे भी वर्षा का दौरा जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है इसलिए नुकसान का दायरा और भी बढ़ने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक चीन के उत्तरी क्षेत्र में शीघ्र ही एक और तूफान आने वाला है जिसके साथ भारी बारिश हो सकती है।
मालूम हो कि चीन चावल के उत्पादन में पहले एवं मक्का के उत्पादन में दूसरे नम्बर पर है इसलिए वहां उत्पादन में गिरावट आने पर वैश्विक महंगाई में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।
चीन में प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को कितना नुकसान हुआ है इसका सटीक आंकड़ा तो अभी सामने नहीं आया है लेकिन इतना अवश्य कहा जा रहा है कि वहां चावल एवं मक्का के आयात में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
चावल की वैश्विक आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति पहले से ही जटिल बनी हुई है और कीमत उछलकर काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। चीन की मांग बढ़ने से स्थिति और भी खराब हो सकती है। उधर यूक्रेन से मक्का का शिपमेंट अनिश्चित हो गया है।
समीक्षकों के अनुसार उत्तरी राज्यों में फसल की औसत उपज दर एवं कुल पैदावार में गिरावट आने की प्रबल संभावना है। जब बाढ़ का पानी उतरेगा तब नुकसान की वास्तविक तस्वीर सामने आएगी।
ज्ञात हो कि दो सप्ताह पूर्व चीन के उत्तरी भाग में आए "डोक सुरी" नामक भयंकर समुद्री चक्रवाती तूफान के कारण अत्यन्त मूसलाधार बारिश हुई थी जिससे खेत जलमग्न हो गए थे और नदियों में उफान आ गया था।
अभी तक बाढ़ का पानी खेतों में भरा हुआ है और नदियों का जलस्तर काफी ऊंचा है।
अब वहां "खानून" नामक एक और बड़ा तूफान आने वाला है जिससे फसलों को जबरदस्त आघात लग सकता है। हेबेई प्रान्त पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ने की संभावना है।
वहां आपातकालीन सेवा को अलर्ट कर दिया गया है और जान-माल की सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन खेतों में खड़ी फसलों को बचाना संभव नहीं हो पाएगा क्योंकि उसका जल मग्न होना लगभग निश्चित है।