iGrain India - अनन्तपुर । दक्षिण राज्य आंध्र प्रदेश में रायलसीमा संभाग के अनन्तपुर जिले में मानसून की वर्षा का अभाव रहने से चालू खरीफ सीजन के दौरान मूंगफली के उत्पादन क्षेत्र में भारी गिरावट आ गई है।
ज्ञात हो कि अनन्तपुर वहां मूंगफली का सबसे प्रमुख उत्पादक जिला माना जाता है। रॉयल सीमा संभाग इस बार लम्बे समय तक मौसम शुष्क बना रहा और मानसूनी बारिश में भारी कमी देखी गई जिससे किसानों को मूंगफली की खेती करने का पर्याप्त अवसर नहीं मिल सके। अनन्तपुर जिले में इस बार मूंगफली का रकबा 50 प्रतिशत तक ही पहुंच सका।
यद्यपि देश में जून के प्रथम सप्ताह में दक्षिण-पश्चिम मानसून की पहली बारिश के साथ ही मूंगफली की बिजाई आरंभ हो जाती है और जुलाई के अंत तक अधिकांश भाग में बिजाई की प्रक्रिया पूरी हो जाती है लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश के रॉयल सीमा क्षेत्र में बिजाई की गति काफी धीमी रही।
वहां सूखे खेतों में मूंगफली की बिजाई करना काफी जोखिमपूर्ण माना गया। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इस बार रॉयल सीमा संभाग में 2.31 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की खेती हुई जबकि आमतौर पर अकेले अनन्तपुर जिले में ही इसका क्षेत्रफल 3.70 लाख हेक्टेयर के आसपास रहता है।
इसके अलावा वहां मक्का, अरहर एवं सूरजमुखी जैसी फसलों की खेती भी होती है। वैसे रॉयल सीमा संभाग में औपचारिक तौर पर मानसून 12 जून को पहुंच गया था लेकिन इसकी तीव्रता कमजोर रही और मूंगफली की बिजाई का आदर्श समय समाप्त होने तक कई मंडलों में वर्षा का अभाव बना रहा।
उदाहरणस्वरूप सत्यसाईं जिले के एक मंडल में मूंगफली का क्षेत्रफल केवल 10 हजार एकड़ के करीब पहुंच सका जो सामान्य औसत रकबा 21 हजार एकड़ के आधे से भी कम रहा। अन्य मंडलों में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति देखी गई।