💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तमिलनाडु के प्रमुख हल्दी उत्पादक जिलों में कम बारिश

प्रकाशित 17/08/2023, 12:15 pm
महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तमिलनाडु के प्रमुख हल्दी उत्पादक जिलों में कम बारिश

iGrain India - नई दिल्ली । देश के पांच शीर्ष हल्दी उत्पादक राज्यों- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तमिलनाडु में इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के दौरान बारिश की भिन्न-भिन्न स्थिति देखी जा रही है।

इसके तहत यद्यपि आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के प्रमुख उत्पादक जिलों में सामान्य औसत से अधिक बारिश हुई है मगर महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा तमिलनाडु में वर्षा की हालत आमतौर पर कमजोर रही।

मानसून का सीजन अभी जारी है इसलिए अभावग्रस्त इलाकों / जिलों में आगे वर्षा होने की उम्मीद की जा सकती है। जिन जिलों में ज्यादा वर्षा हुई है वहां फसल की अच्छी प्रगति होने के संकेत मिल रहे हैं।

महाराष्ट्र और कर्नाटक लम्बे समय तक कम वर्षा का संकट झेल रहा था। मौसम विभाग के मुताबिक सामान्य औसत की तुलना में इस बार मानसून सीजन के दौरान कर्नाटक के बगलकोट जिले में 15 प्रतिशत तथा बेलगाम में 16 प्रतिशत कम वर्षा हुई जबकि वहां अन्य फसलों के साथ-साथ हल्दी की खेती भी बड़े पैमाने पर होती है।

इसी तरह महराष्ट्र के प्रमुख हल्दी उत्पादक जिलों में से हिंगोली में 25 प्रतिशत तथा सांगली में 41 प्रतिशत कम बारिश हुई और वहां फसल की हालत कमजोर बताई जा रही है लेकिन नांदेड जिले में सामान्य औसत से 33 प्रतिशत अधिक वर्षा होने से हल्दी की फसल बेहतर स्थिति में है।

बारिश का अभाव तमिलनाडु के महत्वपूर्ण हल्दी उत्पादक जिलों में भी दर्ज किया गया। वहां सामान्य औसत के मुकाबले ईरोड में 40 प्रतिशत, कोयम्बटूर में 22 प्रतिशत तथा सेलम में 15 प्रतिशत कम बारिश हुई।

दूसरी ओर आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के हल्दी उत्पादक जिलों में अधिशेष बारिश दर्ज की गई। आंध्र प्रदेश के दुग्गीराला तथा गुंटूर में 10 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई जबकि तेलंगाना के निजामाबाद जिले में 42 प्रतिशत, वारंगल में 44 प्रतिशत, निर्मल में 39 प्रतिशत, जगात्याल में 42 प्रतिशत तथा महबूब नगर में 23 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।

तेलंगाना में काफी समय तक मानसून की बारिश का अभाव रहा था लेकिन बाद में वर्षा की हालत बेहतर हो गई। हल्दी फसल की बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है और अब फसल प्रगति के दौर से गुजर रही है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित