iGrain India - धनिया की कीमतों में गिरावट : अभी तेजी की संभावना नहीं
नई दिल्ली । चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में गिरावट का रुख रहा। हालांकि उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया की आवक घट गई है। लेकिन इसके बावजूद कीमतों में गिरावट रही।
क्योंकि देश में रिकॉर्ड उत्पादन होने के बावजूद आयातकों ने रूस से धनिया आयात के सौदे किए है। जिनकी डिलीवरी सितम्बर माह में शुरू होने के समाचार है। परिणामस्वरूप लोकल में धनिया का उठाव घट गया है। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में उत्पादन केन्द्रों की मंडियों पर यूपी, बंगाल बिहार आदि राज्यों की लिवाली नाममात्र की रह गई है।
आयात का औचित्य नहीं
धनिया कारोबारियों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान देश में रिकॉर्ड उत्पादन होने के बावजूद धनिया आयात क्यों किया जा रहा है यह समझ से परे है। अधिक उत्पादन के कारण धनिया की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट भी दर्ज की गई है। और गत दिनों मंडियों में धनिया के भाव गत वर्ष की तुलना में आधे रह गए थे।
एक अनुमान के अनुसार चालू सीजन के दौरान देश में धनिया में रिकॉर्ड 1.70/1.75 करोड़ बोरी (प्रत्येक बोरी 40 किलो) का उत्पादन हुआ। जबकि अपनी सालाना खपत लगभग 1.20/1.25 करोड़ बोरी की रहती है। खपत की तुलना में अधिक उपलब्धता होने के बावजूद भी सौदे किए है।
कीमतों में गिरावट
चालू सप्ताह के दौरान वायरस एवं हाजिर बाजारों में धनिया के भाव मंदे के साथ बोले गए। क्योंकि आयात को देखते हुए हाजिर में धनिया का लिवाल गायब हो गया है। क्योंकि व्यापारिक मनोवृत्ति बाजार में हाल फिलहाल तेजी की नहीं है। सूत्रों का मानना है कि अभी धनिया के भाव सीमित दायरे में बने रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया की दैनिक आवक घटने एवं मसाला निर्माताओं की लिवाली बढ़ने से जून-जुलाई माह के दौरान कीमतों में 15/20 रुपए प्रति किलो की तेजी बन गई थी लेकिन अगस्त माह के दौरान कीमतों में नरमी ही बनी रही। अभी भी धारणा तेजी की नहीं। चालू सप्ताह के दौरान उत्पादक केन्द्रों पर धनिया के भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल तक मंदे के साथ बोले गए।
प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की गोंडल, जूनागढ़, राजकोट मंडी में सप्ताह के शुरू में धनिया का भाव 7050/7850 रुपए प्रति क्विंटल बोला जा रहा था जोकि सप्ताह के अंत में घटकर 7000/7600 रुपए पर आ गया है। मध्य प्रदेश की गुना मंडी में सप्ताह के अंत में धनिया ईगल का बह्व 6800/7100 रुपए बोला गया जोकि सप्ताह के शुरू में 7000/7300 रुपए खुला है।
वायदा बाजार
वायदा बाजार में भी धनिया के भाव मंदे रहे। सप्ताह के शुरू में वायदा बाजार में अगस्त माह का धनिया 7352 रुपए पर खुला था जोकि सप्ताह के अंत में 7176 रुपए पर बंद हुआ है। सितम्बर माह का धनिया भी जोकि 7514 रुपए पर खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 7360 रुपए पर बंद हुआ है।
घटेगी बिजाई
जानकार सूत्रों का मानना है कि आगामी सीजन के लिए उत्पादन केन्द्रों पर धनिया की बिजाई अवश्य ही घटेगी। क्योंकि एक ओर जहां धनिया की कीमतों में मन्दा बना रहने के कारण किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है साथ ही वर्तमान में उत्पादन केन्द्रों पर बारिश की कमी भी बनी हुई है। उत्पादक केन्द्रों पर इस वर्ष किसान धनिया के स्थान पर जीरा, सौंफ, ईसबगोल आदि की बिजाई करेगा।
निर्यात
अभी तक के निर्यात प्रदर्शन को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि दूसरे वर्ष भी धनिया के निर्यात में वृद्धि होगी। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 में धनिया का निर्यात 48656 टन का हुआ था जोकि वर्ष 2022-23 में बढ़कर 54481 टन का होगा। वर्ष 2023-24 के अप्रैल-मई माह के दौरान धनिया का रिकॉर्ड 36950 टन का निर्यात हुआ जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात केवल 7800 टन का हुआ था।