iGrain India - हनोई । दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित संसार के तीसरे सबसे प्रमुख चावल निर्यातक देश- वियतनाम से चालू कैलेंडर वर्ष के शुरूआती आठ महीनों में यानी जनवरी-अगस्त 2023 के दौरान कुल 59 लाख टन चावल का निर्यात हुआ जो पिछले साल की समान अवधि के शिपमेंट से करीब 23 प्रतिशत अधिक है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस अवधि में चावल के निर्यात से प्राप्त आमदनी भी 37.3 प्रतिशत बढ़कर 3.20 अरब डॉलर पर पहुंच गई। चालू माह (अगस्त) के दौरान वियतनाम से चावल का निर्यात उछलकर 10 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है जिससे 58.20 करोड़ डॉलर की आमदनी हो सकती है।
दरअसल कच्चे (सफेद) चावल के वैश्विक निर्यात बाजार से 20 जुलाई को भारत के प्रस्थान करने के कारण विदेशी आयातको को वियतनाम से भारी मात्रा में इसकी खरीद करने के लिए विवश होना पड़ा।
अब म्यांमार भी इस चावल का निर्यात 1 सितम्बर से बंद करने वाला है जिससे वियतनाम एवं थाईलैंड को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है। आमदनी में भारी वृद्धि होने का एक प्रमुख कारण चावल के निर्यात ऑफर मूल्य में भारी इजाफा होना है।
हालांकि थाईलैंड और वियतनाम- दोनों ही देशों ने चावल का भाव बढ़ा दिया है लेकिन वियतनाम में इसका दाम थाईलैंड से कुछ नीचे है इसलिए इसकी खरीद में विदेशी आयातकों की अच्छी दिलचस्पी बनी हुई है।
भारत से अगले तीन-चार महीनों तक सफेद चावल का निर्यात आरंभ होने की संभावना नहीं है। इसकी अवधि और भी लम्बी हो सकती है क्योंकि वर्षा की कमी से धान की फसल प्रभावित हो रही है और आगे विधानसभा तथा लोकसभा का चुनाव होने वाला है।
इससे वियतनाम को अपने चावल का निर्यात बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिल जाएगा।