iGrain India - ब्यूनस आयर्स । लैटिन अमरीकी देश- अर्जेन्टीना के आर्थिक विकास मंत्री ने सोयाबीन की बिक्री बढ़ाने तथा देश में इस महत्वपूर्ण तिलहन की क्रशिंग-प्रोसेसिंग की गति तेज करने के उद्देश्य से एक नए प्रिफेरेंशियल विनिमय दर कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है।
इस नए कार्यक्रम के तहत क्रशर्स को 25 प्रतिशत सोयाबीन की खरीद के लिए वित्तीय डॉलर के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है जबकि एक अमरीकी डॉलर का मूल्य (विनिमय दर) 785 पेसो होगा।
पेसो अर्जेन्टीना की मुद्रा का नाम है। शेष 75 प्रतिशत सोयाबीन की खरीद के लिए 350 पेसो प्रति डॉलर की आधिकारिक विनिमय दर ही मान्य होगी। इस तरह डॉलर की तुलना में पेसो की विनिमय दर में औसतन 440-450 डॉलर का बदलाव हो जाएगा।
हालांकि नए सोया डॉलर कार्यक्रम एवं अन्य उपायों को लागू करने की समयावधि सहित अन्य बातों का विवरण अभी जारी नहीं किया गया है लेकिन कुछ समीक्षकों का मानना है कि यह योजना 1 सितम्बर 2023 से लागू हो सकती है।
एक विश्लेषक के अनुसार क्रशिंग उद्योग के लिए यह अच्छी खबर है। अर्जेन्टीना की मंडियों में सोयाबीन की आवक बहुत कम हो रही है। प्रति माह इसकी मात्रा 10 लाख टन के आसपास रहती है।
उत्पादकों के पास कम से कम 50 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक मौजूद है लेकिन वे इसकी बिक्री में जल्दबाजी नहीं दिखाते हुए इसका भाव बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।
यदि उन्हें 785 पेसो प्रति डॉलर की विनिमय दर वाली योजना का सहारा मिला तो वे निश्चित रूप से अपने सोयाबीन स्टॉक की बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर सकते हैं।
इस सरकारी योजना का मुख्य उद्देश्य अर्जेन्टीना में सोयाबीन की क्रशिंग-प्रोसेसिंग की गति को तेज करना है। 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन की पहली तिमाही के दौरान वहां सोयाबीन की क्रशिंग घटकर पिछले 15 साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई।
रोजारियो ग्रेन एक्सचेंज की रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष अप्रैल महीनों में अर्जेन्टीना में केवल 119 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग संभव हो सकी। देश में 80 से 100 लाख टन तक सोयाबीन का ऐसा स्टॉक मौजूद है जिसका कारोबार हो सकता है।
अर्जेन्टीना परम्परागत रूप से दुनिया में सोयाबीन तेल एवं सोयामील का सबसे प्रमुख निर्यातक देश रहा है मगर इस बार ब्राजील उससे आगे निकल सकता है जहां सोयाबीन का उत्पादन एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।