iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य सार्वजनिक वितरण विभाग ने सितम्बर 2023 के लिए 25 लाख टन चीनी की घरेलू बिक्री का कोटा निर्धारित किया है जिससे इसके दाम में विशेष तेजी आना मुश्किल लगता है।
इससे पूर्व अगस्त माह के लिए पहले 23.50 लाख टन और फिर अतिरिक्त 2 लाख टन के साथ कुल 25.50 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा घोषित किया गया था।
सितम्बर में हिन्दुओं के कुछ महत्वपूर्ण पर्व-त्यौहार मनाए जाएंगे इसलिए चीनी की मांग एवं खपत में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है लेकिन 25 लाख टन का विशाल कोटा इस जरूरत को पूरा कर सकता है। ऐसा लगता है कि आवश्यकता पड़ी तो सरकार चीनी का कुछ अतिरिक्त कोटा भी जारी कर सकती है।
दरअसल सरकार का इरादा घरेलू प्रभाग में चीनी के दाम को नियंत्रण में रखने का है लेकिन ऊंचा कोटा छोड़कर वह कुछ जोखिम भी उठा रही है। उल्लेखनीय है कि 4 अगस्त को खाद्य मंत्रालय ने कहा था कि 31 जुलाई 2023 को भारतीय उद्योग के पास कुल 108 लाख टन चीनी का स्टॉक मौजूद था।
इसमें अगस्त एवं सितम्बर के लिए कुल मिलाकर 50.50 लाख टन का कोटा जारी हो गया। इसका मतलब यह हुआ कि 1 अक्टूबर 2023 को नया मार्केटिंग सीजन शुरू होने पर उद्योग के पास 57.50 लाख टन चीनी का स्टॉक उपलब्ध रहेगा बशर्ते सितम्बर के लिए कोई अतिरिक्त कोटा न छोड़ा जाए।
महाराष्ट्र और कर्नाटक में चीनी मिलों से कहा गया है कि वे गन्ना की क्रशिंग शुरू करने में जल्दबाजी न दिखाएं। बारिश कम होने से फसल का विकास धीमी गति से हो रहा है और इसलिए पूरी तरह परिपक्व होने पर ही इसकी पेराई का प्रयास करें।
इसे देखते हुए जानकारों का मानना है कि इन दोनों प्रांतों में अक्टूबर के बजाए नवम्बर में गन्ना की क्रशिंग जोर पकड़ सकती है। इस बार भी अक्टूबर में कई पर्व-त्यौहार हैं और कुछ राज्यों में विधानसभा का चुनाव भी उसके आसपास ही होने वाला है इसलिए अक्टूबर में भी कम से कम 25 लाख टन चीनी का कोटा जारी हो सकता है।
इस तरह नवम्बर के आरंभ में उद्योग के पास चीनी का बहुत कम स्टॉक बच जाएगा और अगला उत्पादन भी कमजोर होने की संभावना है। इससे 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में चीनी बाजार में जटिलता बढ़ सकती है।