iGrain India - सरिसो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के मध्य-पश्चिमी भाग में अवस्थित सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो में इस बार किसानों को 1 सितम्बर से ही सोयाबीन की बिजाई करने की अनुमति प्रदान कर दी गई जबकि आमतौर पर मध्य सितम्बर के बाद यानी 16 सितम्बर से इसकी स्वीकृति दी जाती है।
सामान्यतः वहां 15 मई से 15 तक सोयाबीन मुक्त समय रहता है लेकिन संघीय सरकार इसमें बदलाव करने का अधिकार रखती है।
दरअसल माटो ग्रोसो के कपास उत्पादक संघ (अम्पा) ने ब्राजील के कृषि मंत्री को एक ज्ञापन देकर राज्य में सोयाबीन की बिजाई जल्दी आरंभ करने की अनुमति देने का आग्रह किया था ताकि किसानों को सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी के बाद कपास की दूसरी फसल की बिजाई के लिए ज्यादा समय प्राप्त हो सके।
हालांकि माटो ग्रोसो के सोयाबीन एंड कॉर्न प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने इस पर आपत्ति जताई थी लेकिन केन्द्रीय कृषि मंत्री ने उसे खारिज करते हुए किसानों को नियत समय से 15 दिन पूर्व यानी 1 सितम्बर से सोयाबीन की खेती शुरू करने की मंजूरी दे दी।
कृषि मंत्री ने कुछ कृषि वैज्ञानिकों के एतराज को भी नजरअंदाज कर दिया जिसका कहना था कि सोयाबीन की जल्दी बिजाई होने से फसल पर कीड़ों-रोगों के प्रकोप का खतरा बढ़ जाएगा।
ब्राजील के कुछ अन्य प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों में भी फसल की बिजाई की निश्चित तारीख नियत कर दी गई है। सान्ता कैटरीना प्रान्त में 1 अक्टूबर 2023 से सोयाबीन की खेती आरंभ करने की अनुमति दी गई है।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील दुनिया में सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है जबकि माटो ग्रोसो ब्राजील का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक राज्य है।