📊 देखें कैसे शीर्ष निवेशक अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करते हैंविचारों का अन्वेषण करें

मांग एवं आपूर्ति के बीच भारी अंतर होने से मसालों के दाम में जोरदार तेजी

प्रकाशित 11/09/2023, 03:59 pm
अपडेटेड 11/09/2023, 04:15 pm
मांग एवं आपूर्ति के बीच भारी अंतर होने से मसालों के दाम में जोरदार तेजी
NJEc1
-
NTMc1
-

iGrain India - कोलकाता । मांग एवं आपूर्ति के बीच अंतर काफी बढ़ जाने से मसालों के दाम में 20 से 80 प्रतिशत तक की जोरदार तेजी आ गई है जिससे गृहस्थियों का बजट बिगड़ने लगा है।

समीक्षकों का कहना है कि मसालों की पैदावार तथा उपलब्धता अनेक कारणों से प्रभावित हो रही है। मौसम की हालत में बदलाव होने प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप रहने, तापमान में गर्मी बढ़ने तथा फसल की उत्पादकता में कमी आने से मसालों का उत्पादन प्रभावित हुआ है जबकि बढ़ते निर्यात के कारण इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता में कमी आई है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून का कमजोर प्रदर्शन भी घरेलू मसाला बाजार पर कुछ हद तक मनोवैज्ञानिक असर डाल रहा है। जून के बाद जीरा, हल्दी, धनिया, लालमिर्च एवं कालीमिर्च जैसे प्रमुख मसालों की आपूर्ति घटने लगती है जबकि मांग सामान्य बनी रहती है।

मसालों की वैश्विक निर्यात मांग मजबूत बनी हुई है और निर्यातक उसे पूरा करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इससे घरेलू प्रभाग में मसालों का अभाव महसूस होने लगा है और कीमतों में तेजी का रुख बरकरार है। 

आम लोगों का कहना है कि जीरा और हल्दी जैसे सामान्य मसालों का खुदरा भाव बढ़कर इतने ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है कि इसका इस्तेमाल बंद करने की नौबत आ गई है।

घरेलू प्रभाग में मसालों के दाम में पिछले कुछ महीनों के दौरान लगभग 40 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है। यह थोक बाजार भाव की हालत है जबकि कुछ मसालों का खुदरा मूल्य तो 80 प्रतिशत तक उछल गया है।

इसके तहत खासकर  जीरा, छोटी इलायची और बड़ी इलायची, हल्दी तथा लौंग आदि के दाम में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है। कई क्षेत्रों में किसानों ने अब मसालों के बजाए अन्य फसलों की खेती पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है क्योंकि मौसम एवं वर्षा की प्रतिकूल स्थिति के साथ-साथ कीड़ों-रोगों के प्रकोप से भी इसकी फसल को नुकसान होता रहता है। हल्दी, धनिया, लालमिर्च एवं जीरा की फसल इससे विशेष रूप से प्रभावित होती है। 

समीक्षकों के मुताबिक जीरा का उत्पादन साल में एक बार होता है और इस बार 30-40 प्रतिशत फसल क्षतिग्रस्त हो गई। अब अगले रबी सीजन में इसकी बिजाई होगी और अगले वर्ष फरवरी-मार्च में अन्य माल का आना शुरू होगा।

तब तक बाजार ऊंचा और तेज रह सकता है। राजस्थान में धनिया की फसल को बिपरजॉय तूफान से नुकसान हुआ था जबकि आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में बारिश कम होने से लालमिर्च  की फसल प्रभावित हुई थी।

विश्लेषकों के मुताबिक त्यौहारी सीजन आरंभ हो चुका है जबकि मसालों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध नहीं है इसलिए कीमतों में 15 प्रतिशत से अधिक का और इजाफा हो सकता है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित