iGrain India - नई दिल्ली । घरेलू बाजार में आपूर्ति एवं उपलब्धता सीमित होने तथा स्थानीय एवं वैश्विक मांग मजबूत रहने से चालू त्यौहारी सीजन के दौरान मसालों का भाव ऊंचा एवं तेज रहने की संभावना है।
एक विश्लेषक के मुताबिक अगले तीन महीनों के दौरान प्रमुख मसालों के दाम में कम से कम 15 प्रतिशत का इजाफा होने का अनुमान है। जीरा, धनिया एवं हल्दी के नए माल की आवक अगले वर्ष शुरू होगी जबकि दक्षिणी राज्यों में लालमिर्च की नई फसल भी वर्ष 2024 में ही आएगी। मध्य प्रदेश में इसकी आपूर्ति जल्दी शुरू होने की संभावना है।
केरल में बारिश के अभाव से छोटी (हरी) इलायची तथा कालीमिर्च की फसल प्रभावित होने की सूचना मिल रही है। कर्नाटक में भी वर्षा कम हुई है।
त्यौहारी सीजन के दौरान आमतौर पर विभिन्न मसालों और खासकर लौंग- इलायची की मांग एवं खपत बढ़ जाती है।
अन्य मसालों का कारोबार भी बेहतर होता है। जीरा का उत्पादन इस बार घटा है जबकि पिछला स्टॉक भी ज्यादा नहीं होने से इसका भाव उछलकर एक समय नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
ऊंझा मंडी में आपूर्ति कम हो रही है इसलिए कीमतों में एक बार फिर तेजी आने की संभावना बनने लगी है। सितम्बर-अक्टूबर की वर्षा जीरा तथा धनिया की बिजाई की दिशा एवं दशा निर्धारित करेगी।
दक्षिणी राज्यों में महाराष्ट्र में हल्दी की बिजाई तो लगभग समाप्त हो चुकी है लेकिन उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त वर्षा नहीं होने से फसल के विकास की रफ्तार धीमी पड़ गई है।
लालमिर्च एवं हल्दी का पुराना स्टॉक अभी तक बाजार को संभाले हुए है लेकिन आगे जोरदार मांग निकलने पर इसके दाम में तेजी का माहौल बन सकता है। केरल और कर्नाटक में कालीमिर्च की फसल उत्साहवर्धक स्थिति में नहीं है जिससे उत्पादन घट सकता है। बड़ी इलायची का दाम भी ऊंचा चल रहा है।