iGrain India - मास्को । काला सागर क्षेत्र में स्थित देश- रूस तथा यूक्रेन में मसूर फसल की कटाई-तैयारी लगभग समाप्त हो चुकी है। चालू वर्ष के दौरान रूस में करीब 1.50 लाख टन मसूर के उत्पादन का अनुमान है जिसमें 50 हजार टन लाल मसूर एवं 1.00 लाख टन हरी मसूर का संभावित उत्पादन शामिल है।
रूस की लस्ल मसूर के अधिकांश भाग का कारोबर पहले ही हो चुका है और इसलिए वहां निर्यात ऑफर के लिए इसका बहुत कम स्टॉक बचा हुआ है। इसका निर्यात ऑफर मूल्य न्हावा सेवा बंदरगाह तक पहुंच के लिए 720-730 डॉलर प्रति टन चल रहा है जो सितम्बर-अक्टूबर डिलीवरी के लिए है।
भारत की नियमित मांग के कारण रूस की हरी मसूर के दाम में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इसकी एफडी एवं एमडी (शॉर्टेक्स टाईप) का निर्यात ऑफर मूल्य अक्टूबर शिपमेंट के लिए क्रमश: 1085 डॉलर प्रति टन तथा 1120 डॉलर प्रति टन चल रहा है जिसमें चेन्नई बंदरगाह तक पहुंच का खर्च भी शामिल है।
जहां तक तुर्की का सवाल है तो वर्ष 2023 में लाल मसूर का अपेक्षाकृत बेहतर उत्पादन होने के बावजूद वहां घरेलू बाजार भाव तेज चल रहा है। समझा जाता है कि कनाडा तथा ऑस्ट्रेलिया में उत्पादन पिछले साल से कम होने की संभावना का तुर्की के बाजार पर असर पड़ने लगा है।
उल्लेखनीय है कि तुर्की में चावल वर्ष के दौरान मसूर का कुल उत्पादन बढ़कर 4.50 लाख टन के करीब पहुंच गया जिसमें 4.00 लाख टन लाल मसूर एवं करीब 50 हजार टन हरी मसूर का उत्पादन शामिल है।
हाल ही में तुर्की ने सितम्बर-अक्टूबर डिलीवरी के लिए कंटेनर में कनाडा से एम डी नम्बर 2 ग्रेड की क्रिमसंस (लाल) मसूर की थोड़ी मात्रा की खरीद की है। तुर्की के मेरसिन बंदरगाह तक पहुंच के लिए इसका मूल्य 805 अमरीकी डॉलर प्रति टन बताया जा रहा है।
यद्यपि कनाडा में लाल मिर्च मसूर का भाव अब 825 डॉलर प्रति टन से ऊपर बोला जा रहा है मगर खरीदारों का बिड 760-780 डॉलर प्रति टन के बीच ही है।
उल्लेखनीय है कि तुर्की अपनी जरूरत के 75-80 प्रतिशत मसूर का आयात कनाडा से तथा शेष 20-25 प्रतिशत का आयात ऑस्ट्रेलिया एवं अन्य देशों से करता है। वह इन देशों से मसूर का आयात करके अपने निकटवर्ती देशों में उसका पुनर्निर्यात भी करता है।