iGrain India - नई दिल्ली । आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि केन्द्रीय पूल में 1 सितम्बर 2023 को खाद्यान्न (चावल + गेहूं) का कुल स्टॉक 493.25 लाख टन मौजूद था जो अगस्त के आरंभ में उपलब्ध स्टॉक 523.35 लाख टन से 30.10 लाख टन कम था।
आंकड़ों से ज्ञात होता है कि प्राप्त माह केन्द्रीय पूल से 30-32 लाख टन खाद्यान्न की निकासी हो रही है। दिलचस्प तथ्य यह है कि 1 सितम्बर 2022 को सरकारी गोदामों में कुल 492.85 लाख टन खाद्यान्न का भंडार था जिसके मुकाबले 1 सितम्बर 2023 का स्टॉक 40 हजार टन ज्यादा रहा लेकिन 1 सितम्बर 2023 का स्टॉक 40 हजार टन ज्यादा रहा लेकिन 1 सितम्बर 2021 को उपलब्ध विशाल स्टॉक 786.19 लाख टन के मुकाबले चालू वर्ष का स्टॉक बहुत कम है।
प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 1 सितम्बर 160.77 लाख टन धान एवं 3.28 लाख टन मोटे अनाज का स्टॉक भी उपलब्ध था। इसके मुकाबले अगस्त के आरंभ में वहां 242.96 लाख टन चावल तथा 280.39 लाख टन गेहूं के साथ-साथ 196.13 लाख टन धान एवं 4.00 लाख टन मोटे अनाज का स्टॉक मौजूद था।
अगले महीने से पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में खरीफ कालीन धान की नई फसल कटाई-तैयारी एवं सरकारी खरीद आरंभ हो जाएगी जबकि नवम्बर में अन्य राज्यों में भी इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे केन्द्रीय पूल में चावल का स्टॉक क्रमिक रूप से बढ़ता रहेगा। वैसे कम वर्षा के कारण-चावल के उत्पादन में कुछ गिरावट आने की संभावना है।
लेकिन गेहूं की फसल अगले साल मार्च-अप्रैल में आनी शुरू होगी जो अभी बहुत दूर है। सरकार के पास अभी 260 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जबकि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में वितरण के साथ-साथ खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत भी इसे बेचा जा रहा है।
प्रति माह 20 लाख टन से कुछ अधिक गेहूं की निकासी हो रही है। सितम्बर 2023 से मार्च 2024 तक के सात महीनों में इस दर से 140-145 लाख टन गेहूं का उठाव हो सकता है।