iGrain India - मुम्बई । भारत में नवम्बर 2022 से अगस्त 2023 के दस महीनों में 141.21 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ जिसमें सर्वाधिक भागीदारी इंडोनेशिया एवं मलेशिया के पाम तेल की रही।
प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि के दौरान मक्का इंडोनेशिया से 31.28 लाख टन क्रूड पाम तेल (सीपीओ) तथा 15.94 लाख टन आरबीडी पामोलीन का आयात हुआ जो इसके सकल आयात का क्रमश: 50 प्रतिशत एवं 83 प्रतिशत रहा।
इसी तरह मलेशिया से 21.49 लाख टन सीपीओ (34 प्रतिशत) तथा 2.98 लाख टन आरबीडी पामोलीन (15 प्रतिशत) का आयात किया गया। थाईलैंड भी इसके एक नियमित आपूर्तिकर्ता के रूप में उभर रहा है।
वहां से भारत में 6.71 लाख टन (11 प्रतिशत) सीपीओ तथा करीब 12 हजार टन (1 प्रतिशत) आर बीडी पामोलीन मंगाया गया। पाम कर्नेल तेल का भी इन देशों से थोड़ा बहुत आयात हुआ।
जहां तक क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल का सवाल है तो आलोच्य समयावधि के दौरान अर्जेन्टीना से 16.88 लाख टन (53 प्रतिशत) एवं ब्राजील से 12.14 लाख टन (38 प्रतिशत) का आयात किया गया जबकि शेष आयात कुछ अन्य देशों से हुआ।
क्रूड सुजमुखी तेल के मामले में यूक्रेन को काफी पीछे छोड़कर रूस सबसे प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश बन गया। नवम्बर 2022 अगस्त 2023 के दौरान रूस से भारत 8.22 लाख टन, यूक्रेन से 4.87 लाख टन तथा अर्जेन्टीना से 3.58 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात किया गया।
रूस तथा यूक्रेन में सूरजमुखी तेल काफी सस्ते दाम पर उपलब्ध है और इसलिए भारतीय आयातक इसकी खरीद में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।