iGrain India - इंदौर । एक महत्वपूर्ण संस्था- सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने अपनी नई मासिक रिपोर्ट 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के लिए सोयाबीन के आयात तथा सोयामील के निर्यात एवं घरेलू उपयोग के अनुमान में बढ़ोत्तरी कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार अब तक के परिदृश्य को देखते हुए सोयाबीन के आयात का अनुमान 5.50 लाख टन से बढ़ाकर अब 7 लाख टन निर्धारित किया गया है। इसी तरह घरेलू एवं निर्यात बाजार में अच्छी मांग को देखते हुए सोयामील के उपयोग एवं निर्यात का अनुमान बढ़ाया गया है।
इसके तहत घरेलू प्रभाग में खाद्य के लिए सोयामील की खपत का अनुमान 7.50 लाख टन से बढ़ाकर 8 लाख टन तथा पशु आहार (फीड) निर्माण में इसके उपयोग का अनुमान 60 लाख टन से बढ़ाकर 61 लाख टन निर्धारित किया गया है।
इसी तरह सोयामील के निर्यात का अनुमान भी 17.50 लाख टन से बढ़ाकर 18 लाख टन नियत किया गया है। इसके फलस्वरूप 2022-23 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में सोयाबीन की कुल क्रशिंग का अनुमान भी 105 लाख टन से बढ़ाकर 106.50 लाख टन नियत हुआ है।
सोपा के अनुसार 2022-23 सीजन के दौरान 25.15 लाख टन के पिछले बकाया स्टॉक, 124.11 लाख टन के उत्पादन एवं 7 लाख टन के आयात के साथ सोयाबीन की कुल उपलब्धता बढ़कर 156.26 लाख टन पर पहुंच जाएगी जिसमें से 13 लाख टन का आरक्षित स्टॉक अगली बिजाई के लिए रखा गया और शेष 143.26 लाख टन का स्टॉक क्रशिंग, प्रत्यक्ष खपत तथा निर्यात उद्देश्य के लिए मौजूद रहा। 2023-24 सीजन के लिए सोयाबीन की बिजाई पहले ही पूरी हो चुकी है।
रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2022 से अगस्त 2023 के दौरान घरेलू मंडियों में कुल 112 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई जबकि 6.54 लाख टन का विदेशों से आयात किया गया।
इसमें से 20 हजार टन का निर्यात एवं 3.90 लाख टन का प्रत्यक्ष घरेलू उपयोग हुआ इसके अलावा 100 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग इस अवधि में हुई।
इस तरह कुल 104.10 लाख टन सोयाबीन का उपयोग हो गया और 1 सितम्बर 2023 को किसानों, व्यापारियों / स्टॉकिस्टों तथा क्रशर्स- प्रोसेसर्स के पास करीब 38.70 लाख टन सोयाबीन का अधिशेष स्टॉक मौजूद था।