iGrain India - ब्यूनस आयर्स । लैटिन अमरीका देश- अर्जेन्टीना की सरकार ने एक बार फिर 'सोया डॉलर' प्रोग्राम को मंजूरी दी है जिससे उसके घरेलू प्रभाग में सोयाबीन की बिक्री की गति काफी तेज हो गई है। इससे जहां किसानों को आकर्षक आमदनी प्राप्त हो रही है वहीँ क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों को अच्छी मात्रा में कच्चा माल (सोयाबीन) प्राप्त होने लगा है।
सोया डॉलर का नवीनतम प्रोग्राम 5 सितम्बर से जारी है। रोजारियो ग्रेन एक्सचेंज के अनुसार सितम्बर के प्रथम सप्ताह के दौरान अर्जेन्टीना के किसानों द्वारा करीब 10 लाख टन सोयाबीन की बिक्री की गई अगस्त के अंतिम सप्ताह में केवल 2.40 लाख टन की बिक्री संभव हो पाई थी। 1 से 12 सितम्बर के दौरान अर्जेन्टीना में कुल मिलाकर लगभग 15 लाख टन सोयाबीन की बिक्री हुई।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार अर्जेन्टीना की मुद्रा- पेसो की विनिमय दर का अवमूल्यन होने तथा सोया डॉलर योजना लागू किए जाने से सोयाबीन की बिक्री को काफी बढ़ावा मिल रहा है।
सोया डॉलर कार्यक्रम के तहत अर्जेन्टीना के क्रशर्स को अपनी कुल प्राप्तियों के एक-चौथाई भाग का विनिमय खुली विनिमय दर पर करने की अनुमति दी गई है जो आधारिक विनिमय दर की तुलना में दोगने से भी ज्यादा है।
मौजूदा सोया डॉलर प्रोग्राम 30 सितम्बर को समाप्त होगा। कहने का मतलब यह है कि यदि क्रशर्स 1 डॉलर का विनिमय करना चाहता है और उसे आधिकारिक दर के आधार पर 100 पेसो मिलता है तो खुली विनिमय दर पर उसे 200 से ज्यादा पेसो हासिल हो रहा है।
इसके फलस्वरूप के किसानों से अपेक्षाकृत ऊंचे दर पर सोयाबीन की खरीद करने में सक्षम हो गए हैं। किसानों को भी ज्यादा भाव मिलने लगा है इसलिए उसने भारी मात्रा में अपने स्टॉक को मंडियों में उतारना एवं बेचना शुरू कर दिया है।
अर्जेन्टीना सरकार को विदेशी मुद्रा की सख्त जरूरत है जो उसे सोयाबीन, सोया तेल एवं सोयामील के निर्यात पर लागू शुल्क के राजस्व के रूप में प्राप्त हो सकता है।
चूंकि बाजार भाव नीचे होने से किसानों को आकर्षक आमदनी हासिल नहीं हो रही थी इसलिए वे सोयाबीन के अपने स्टॉक को धीमी गति से बाजार में उतार रहे थे और क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों को सीमित मात्रा में सोयाबीन प्राप्त हो रहा था जिससे सोयाबीन तेल एवं सोयामील के निर्यात की रफ्तार सुस्त पड़ गई थी। अब इसमें तेजी आने की संभावना है। चीन को सोयाबीन का निर्यात बढ़ाया जा रहा है।