40% की छूट पाएं
नया! 💥 प्राप्त करें प्रोपिक्स जो रणनीति देखने के लिए जिसने S&P 500 को 1,183%+ से हराया है40% की छूट क्लेम करें

हाल की बारिश से तिलहन फसलों को राहत मगर कुल उत्पादन में गिरावट संभव

प्रकाशित 21/09/2023, 03:33 pm
हाल की बारिश से तिलहन फसलों को राहत मगर कुल उत्पादन में गिरावट संभव

iGrain India - नई दिल्ली । अगस्त के सूखे ने खरीफ कालीन तिलहन फसलों की हालत खराब कर दी थी और भारी गर्मी तथा लम्बे समय तक बारिश की कमी के कारण तिलहन फसलों को काफी नुकसान हो गया था। हालांकि चालू माह के बारिश से फसलों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है मगर अगस्त में हुए नुकसान की भरपाई होना मुश्किल है।

मध्य प्रदेश सोयाबीन का तथा गुजरात मूंगफली एवं अरंडी का सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है। हाल के दिनों में इन दोनों राज्यों के कई इलाकों में मूसलाधार वर्षा हुई है जिससे कहीं-कहीं बाढ़ का नजारा दिखने लगा है।

सामान्य बारिश वाले क्षेत्रों में फसल को फायदा हो सकता है लेकिन अगैती बिजाई वाली जो फसलें परिपक्व होकर कटाई के चरण में पहुंच रही है उन खेतों में लम्बे समय तक पानी का जमाव होना हानिकारक साबित हो सकता है।

तिल तथा सूरजमुखी की फसल को कई क्षेत्रों में अच्छी वर्षा की आवश्यकता बनी हुई है। हाल की वर्षा से पिछैती बिजाई वाली तिलहन फसलों को जरूर कुछ लाभ हुआ है। यदि 15-20 दिन पहले अच्छी बारिश हो जाती तो अगैती फसल को भी फायदा हो सकता था।

एक महत्वपूर्ण संगठन-सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि अगस्त में वर्षा का भारी अभाव होने से फसल को जितना नुकसान होना था वह हो चुका है लेकिन हाल की वर्षा से इतना निश्चित हो गया है कि आगे इसे ज्यादा नुकसान नहीं होगा।

लगभग 15 प्रतिशत क्षेत्रफल में नमी का भारी अभाव उत्पन्न हो गया था। इससे दाने का आकार छोटा पड़ने तथा उसकी संख्या कम होने की आशंका है जिससे औसत उपज दर में गिरावट आएगी।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

ऊंचे तापमान एवं रोगों-कीड़ों के प्रकोप से भी फसल को कुछ क्षति हुई है। आमतौर पर फसल की हालत सामान्य है और नई फसल की आवक में 10-15 दिनों की देर हो सकती है। 

सूखे के प्रकोप से मूंगफली की फसल को ज्यादा नुकसान होने की आशंका है। राष्ट्रीय स्तर पर इसका क्षेत्रफल गत वर्ष से 3.4 प्रतिशत घटकर इस बार 43.81 लाख हेक्टेयर रह गया। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त गुजरात में इसका बिजाई क्षेत्र 16.35 लाख हेक्टेयर पर ही पहुंच सका जो पिछले साल से करीब 4 प्रतिशत कम है। वहां वर्षा की कमी है।                                                                                                                       

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित