iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य- सस्कैचवान में अगस्त के दूसरे सप्ताह से गेहूं, मोटे अनाज, दलहन एवं तिलहन फसलों की कटाई-तैयारी आरंभ हो गई थी जो अब अंतिम चरण में पहुंच गई है।
राज्य कृषि विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि 18 सितम्बर 2023 तक सस्कैचवान में शीतकालीन गेहूं की 100 प्रतिशत कटाई-तैयारी पूरी हो गई जबकि वसंतकालीन गेहूं की 88 प्रतिशत एवं ड्यूरम गेहूं की 94 प्रतिशत फसल काटी जा चुकी थी। वर्षा कालीन राई की फसल पूरी तरह कट चुकी है।
मोटे अनाजों के संवर्ग में वहां समीक्षाधीन अवधि के दौरान 79 प्रतिशत क्षेत्र में जई, 92 प्रतिशत में जौ तथा 100 प्रतिशत क्षेत्र में कैनेरी सीड की फसल काटी गई। शेष क्षेत्रफल में कटाई की प्रक्रिया जारी है और जल्दी ही सम्पूर्ण फसल की कटाई पूरी हो सकती है।
तिलहन फसलों की कटाई-तैयारी की गति अपेक्षाकृत धीमी है। इसके तहत यद्यपि सरसों की कटाई 97 प्रतिशत क्षेत्र में पूरी हो चुकी है मगर इसकी खेती सीमित क्षेत्रफल में होती है और इसका उत्पादन भी कम होता है।
दूसरी ओर वहां अलसी फसल की कटाई 39 प्रतिशत क्षेत्र में, कैनोला की 65 प्रतिशत क्षेत्र में तथा सोयाबीन फसल की कटाई 47 प्रतिशत क्षेत्र में पूरी होने की सूचना है।
मालूम हो कि कनाडा दुनिया में कैनोला एवं इसके उत्पादों का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है जबकि इसका सर्वाधिक उत्पादन सस्कैचवान प्रान्त में ही होता है। अल्बर्टा राज्य में भी कैनोला की अच्छी खेती होती है।
दलहन फसलों की कटाई-तैयारी समाप्त हो चुकी है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 18 सितम्बर तक सस्कैचवान प्रान्त में मटर की 100 प्रतिशत, मसूर की 99 प्रतिशत एवं काबुली चना की 97 प्रतिशत फसल की कटाई पूरी हो गई थी।
इस बार राज्य में बारिश कम होने तथा मौसम काफी गर्म एवं शुष्क रहने से कई खेतों में फसल की हालत इतनी खराब हो गई है कि किसानों ने उसकी कटाई का प्रयास ही नहीं किया।
कनाडा मसूर एवं मटर का भी सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है जबकि भारत वहां से विशाल मात्रा में मसूर का आयात करता है।