iGrain India - जकार्ता । दुनिया में पाम तेल के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया से जुलाई 2023 के दौरान पाम तेल उत्पादों का कुल निर्यात बढ़कर 35.20 लाख टन पर पहुंच गया जो जुलाई 2022 के कुल शिपमेंट से करीब 22 प्रतिशत ज्यादा था इसमें रिफाइंड उत्पाद भी शामिल थे।
दरअसल जुलाई में भारत द्वारा पाम तेल की विशाल मात्रा का आयात किया गया जबकि कई अन्य देशों में भी वहां से इसके निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई। प्राइवेट संस्था- इंडोनेशियन पाम ऑयल एसोसिएशन (गापकी) के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में इस महत्वपूर्ण वनस्पति तेल का विशाल स्टॉक मौजूद है और उत्पादन की स्थिति भी सामान्य है।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2023 के दौरान इंडोनेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) तथा क्रूड पाम कर्नेल तेल (सीपीकेओ) का कुल उत्पादन उछलकर 47.70 लाख टन पर पहुंचा जबकि जुलाई के अंत में वहां इसका बकाया अधिशेष स्टॉक 31.30 लाख टन दर्ज किया गया।
दरअसल इंडोनेशिया में बायोडीजल निर्माण में बड़े पैमाने पर पाम तेल का इस्तेमाल हो रहा है जबकि कीमतों में नरमी आने से घरेलू खपत में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके फलस्वरूप विशाल उत्पादन के बावजूद इंडोनेशिया में पाम तेल का अधिशेष स्टॉक लगभग सामान्य स्तर पर बना हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में विभिन्न खाद्य तेलों के दाम में गिरावट आने के कारण इंडोनेशिया में भी पाम तेल का भाव नरम पड़ गया है जिससे आयातक देशों को इसकी भारी खरीद करने का प्रोत्साहन मिल रहा है।
भारत के आयातक वहां काफी सक्रिय हैं। अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए एक अग्रणी व्यापार विश्लेषक से 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) की पूरी अवधि के दौरान भारत में पाम तेल का कुल आयात बढ़कर 100 लाख (1 करोड़) टन पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है जिसमें इंडोनेशिया, मलेशिया एवं थाईलैंड की संयुक्त भागीदारी 99 प्रतिशत रहने की संभावना है।
इंडोनेशिया भारत को पाम तेल की आपूर्ति में सबसे अग्रणी देश है। वहां से आरबीडी पामोलीन का भी बड़े पैमाने पर आयात किया जा रहा है।