iGrain India - जकार्ता । दुनिया में पाम तेल के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया में यद्यपि 13 अक्टूबर 2023 को क्रूड पाम तेल (सीपीओ) में वायदा कारोबार के लिए एक्सचेंज की शुरुआत होगी लेकिन मुख्य नियामक ने कहा है कि एक्सचेंज के माध्यम से कारोबार करना अनिवार्य नहीं बनाया जाएगा।
पहले वहां सीपीओ के सभी निर्यातकों के लिए एक्सचेंज के माध्यम से कारोबार करना आवश्यक बनाने का प्लान बनाया गया था जिसका उद्देश्य पाम तेल के वैश्विक बाजार मूल्य को संचालित करना तथा उसी तरह के बेंचमार्क का निर्माण करना था जैसा कुआलालम्पुर और रोटरडम में है मगर फिलहाल इस प्लान को स्थगित कर दिया गया है।
इसका मतलब यह हुआ कि इंडोनेशिया से इस नए एक्सचेंज के माध्यम से और इससे बाहर भी क्रूड पाम तेल का निर्यात किया जा सकेगा।
एक्सचेंज के चीफ रेग्युलेटर के अनुसार उम्मीद की जाती है कि यह वायदा एक्सचेंज इंडोनेशिया के लिए सीपीओ के मूल्य संदर्भ का निर्माण करेगा। सरकार को स्पष्ट एवं बेहतर आंकड़ा प्रदान करेगा और उसके आधार पर उद्योग से सम्बन्धित व्यावहारिक नीतियां बनाने में सहायता मिलेगी। इंडोनेशिया कॉमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (आईसीडीएक्स) को सीपीओ के लिए फ्यूचर्स एक्सचेंज के रूप में नामित किया गया है और वायदा कारोबार इंडोनेशियाई मुद्रा- रुपियाह में उद्घृत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारत में पाम तेल का सर्वाधिक आयात इंडोनेशिया से ही होता है। हालांकि 12 कंपनियां इस एक्सचेंज में कारोबार के लिए सूचीबद्ध हो चुकी है लेकिन रेग्युलेटर का कहना है कि लांचिंग के तुरंत बाद उसमें कारोबार आरंभ नहीं हो सकेगा।
ध्यान देने की बात है कि इंडोनेशिया के अधिकांश पाम तेल निर्यातक फिलहाल सीधे खरीदारों से सम्पर्क करके अपने उत्पाद की बिक्री का अनुबंध करते हैं और उन्हें एक्सचेंज के माध्यम से इस कारोबार की जरूरत नहीं पड़ती है।
इसी तरह सरकारी व्यापारिक कम्पनी जो नीलामी आयोजित करती है उसमें भी केवल फिजिकल पाम तेल का ऑफर दिया जाता है उसमें वायदा एक्सचेंज की कोई भूमिका नहीं होती है। लेकिन भविष्य में इस एक्सचेंज के माध्यम से कारोबार जोर पकड़ सकता है।