iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान में हाल की बारिश के बावजूद विभिन्न फसलों की कटाई-तैयारी की प्रक्रिया जोर शोर से जारी है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि फसल की प्रगति के चरण में राज्य के अधिकांश इलाकों और खासकर दक्षिणी सस्कैचवान में वर्षा का अभाव रहा और गर्म तथा शुष्क मौसम के कारण विभिन्न फसलों को काफी क्षति हुई। इससे मसूर एवं मटर के उत्पादन में भी गिरावट आने की संभावना है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सस्कैचवान प्रान्त में 21 अगस्त 2023 तक मसूर की 60 प्रतिशत एवं मटर की 66 प्रतिशत फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी थी जबकि काबुली चना की 19 प्रतिशत फसल काटी गई थी।
कनाडा में 85 प्रतिशत से अधिक मसूर का बिजाई क्षेत्र सस्कैचवान प्रान्त में है जबकि शेष रकबा अल्बर्टा और मनिटोबा राज्य में है। लेकिन इस बार सस्कैचवान में मसूर की 50 प्रतिशत से भी काफी कम क्षेत्र में फसल की हालत अच्छी या उत्साहवर्धक आंकी गई है।
व्यापार विश्लेषकों का कहना है कि सूखे की वजह से कई क्षेत्रों में फसल इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है कि वहां किसान उसकी कटाई-तैयारी का प्रयास नहीं करेंगे। अभी तक की कटाई में मसूर एवं मटर की औसत उपज दर गत वर्ष से काफी नीचे रही है।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 21 अगस्त तक सस्कैचवान प्रान्त में शीतकालीन गेहूं की 64 प्रतिशत फसल, राई की 89 प्रतिशत, वसंतकालीन गेहूं की 13 प्रतिशत तथा ड्यूरम गेहूं की 26 प्रतिशत फसल की कटाई-तैयारी पूरी होती थी।
इसी तरह मोटे अनाजों में 12 प्रतिशत जई तथा 30 प्रतिशत जौ की फसल काटी जा चुकी थी। तिलहन फसलों के संवर्ग में अलसी की 2 प्रतिशत, कैनेरीसीड की 17 प्रतिशत, कैनोला की 4 प्रतिशत, सरसों की 34 प्रतिशत एवं सोयाबीन की 3 प्रतिशत फसल की कटाई हुई थी।
आमतौर पर सस्कैचवान के किसान दलहन फसलों और शीतकालीन गेहूं की कटाई सबसे पहले पूरी करते हैं जबकि कैनोला ओर सोयाबीन फसल की कटाई वहां देर से शुरू होती है। कनाडा कैनोला एवं मसूर-मटर का सबसे प्रमुख उत्पादक देश है।