नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देश के उच्च प्रदर्शन करने वाले प्रबंधन नेताओं और संस्थानों को राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए 13वां एआईएमए मैनेजिंग इंडिया अवॉर्ड प्रदान किया।बुधवार को एक बयान में उल्लेख किया गया कि सिंधिया ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और पुरस्कारों को भारतीय क्षमता का एक अद्भुत चित्रण कहा। मंत्री ने कहा, मेरे लिए यह एक गंभीर क्षण है, लेकिन साथ ही अत्यधिक गर्व का क्षण भी है, क्योंकि हम आज भारत में आसानी से कई डोमेन को पार करने की क्षमता देखते हैं।
सिंधिया ने कहा कि इस समारोह ने पुराने और नए के बीच, सरलता और उद्यमशीलता के बीच, ईंट, मोर्टार और प्रौद्योगिकी के बीच जीवंतता का अनुमान लगाया। उन्होंने कहा, यह क्षमता नए भारत की कहानी का सार है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने साझेदारी का एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए निरंतर रणनीतिक प्रयासों के साथ बड़े पैमाने पर संरचनात्मक बदलाव देखे हैं।
उन्होंने देश के उद्योगपतियों से कहा, आज दर्शन यह है कि आपकी सफलता में भारत की सफलता निहित है।
सिंधिया ने कहा, आज, भारत ने अपने अमृतकाल से शताब्दीकाल तक की नई यात्रा पर एक नई नियति के साथ एक प्रयास शुरू किया है।
उन्होंने कहा, भारत इसी रास्ते पर चलकर 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
नागरिक उड्डयन क्षेत्र में उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए सिंधिया ने कहा कि पिछले 9 वर्षो में 74 अतिरिक्त हवाईअड्डे, वाटरड्रोम और हेलीपोर्ट बनाए गए हैं, जिससे हवाईअड्डों की संख्या दोगुनी होकर 148 हो गई है।
उन्होंने देश में विमानों की संख्या में 75 प्रतिशत की वृद्धि को 400 से 700 तक करने का जिक्र किया।
सिंधिया ने अगले 4-5 वर्षो में 200 से अधिक हवाईअड्डे बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने 2030 तक 6 महानगरों में हवाई यात्रियों की संख्या दोगुनी होकर 450 मिलियन तक पहुंचने की भी भविष्यवाणी की।
मंत्री ने कहा, यह समग्र विकास लाने का हमारा संकल्प है कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र 2047 तक 20 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का समर्थन कर सकता है।
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला को बिजनेस लीडर ऑफ द डिकेड अवॉर्ड मिला।
बिड़ला ने अपने भाषण में कहा : यह एक बहुत ही खास पुरस्कार है, क्योंकि यह दस वर्षो की अवधि में किए गए योगदान को मान्यता देता है।
टाटा स्टील लिमिटेड (NS:TISC) के सीईओ और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन को इस अवसर पर एआईएमए जेआरडी टाटा कॉरपोरेट लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।
नरेंद्रन ने अपनी ट्रॉफी स्वीकार करते हुए पुरस्कार को कंपनी के पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों को समर्पित किया।
उन्होंने बताया कि टाटा स्टील में 5वीं और 6ठी पीढ़ी के कई कर्मचारी हैं और यह एकमात्र ऐसी कंपनी है, जिसे उन्होंने अपने 35 साल के करियर में जाना है।
उन्होंने कहा, मेरी पेशेवर सफलता के लिए मेरे परिवार ने सबसे ज्यादा कुर्बानी दी है।
बजाज फिनसर्व लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजीव बजाज ने परिवर्तनकारी बिजनेस लीडर पुरस्कार प्राप्त किया।
उन्होंने पुरस्कार को महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि इसने एक पारंपरिक बैंकिंग और बीमा क्षेत्र को बदलने के प्रयास को मान्यता दी, जो 200 वर्षो में डिजिटल रूप से संचालित, डिजिटल रूप से पहले अवतार में नहीं बदला है जो आज के उपभोक्ताओं के लिए प्रासंगिक है।
टीवीएस मोटर (NS:TVSM) कंपनी के एमेरिटस चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन को टीवीएस समूह को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बाजारों में एक बड़ी ताकत बनाने के लिए आउटस्टैंडिंग इंस्टीट्यूशन बिल्डर अवार्ड दिया गया।
यूपीआई फेम के नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) को आउटस्टैंडिंग पीएसयू ऑफ द ईयर अवॉर्ड मिला।
विश्वनाथ कृष्णमूर्ति, मुख्य जोखिम अधिकारी और संपत रंगासामी, नए उत्पाद विकास प्रमुख ने संगठनों की ओर से पुरस्कार स्वीकार किया। उन्होंने एनपीसीआई की सफलता का श्रेय सरकार और आरबीआई को दिया।
एबीबी (NS:ABB) इंडिया लिमिटेड को एमएनसी इन इंडिया ऑफ द ईयर अवार्ड मिला।
कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव शर्मा ने ट्रॉफी प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि एबीबी 100 वर्षो से भारत में कारोबार कर रहा है और 70 वर्षो से स्थानीय स्तर पर विनिर्माण कर रहा है।
उन्होंने कहा, एबीबी अच्छी तरह से पालतू है और हम देश में विकास का आनंद ले रहे हैं।
टोरेंट ग्रुप के चेयरमैन समीर मेहता को एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड मिला। उन्होंने समूह के हाल के विकास को इसके संस्थापक के मूल्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
यंग एंटरप्रेन्योर अवार्ड इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता एथर एनर्जी के संस्थापक तरुण मेहता और स्वप्निल जैन को दिया गया।
मेहता ने कहा, हम पहले इंजीनियर हैं और हम प्रबंधन में कमजोर हैं। इसलिए, हम एक प्रबंधन संगठन से यह पुरस्कार पाकर खुश हैं।
जैन ने कहा कि भारत को न सिर्फ सॉफ्टवेयर, बल्कि हार्डवेयर और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी और उद्यमियों की जरूरत है।
पुरस्कारों के लिए जूरी की अध्यक्षता आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष संजीव गोयनका ने की।
ज्यूरी श्रीनिवास डेम्पो, हर्ष पति सिंघानिया, संजय किर्लोस्कर, राजीव कौल, सुधीर जालान, प्रीता रेड्डी, इंद्रदीप सिंह, पी. बालाजी, विनीत अग्रवाल और येजदी नागपोरेवाला सहित प्रतिष्ठित व्यापारिक नेताओं से बनी थी।
एआईएमए के अध्यक्ष श्रीनिवास डेम्पो ने कहा कि इस वर्ष के प्रबंध भारत पुरस्कारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था के पूरे स्पेक्ट्रम में उपलब्धियों को प्रतिबिंबित किया - पारंपरिक अर्थव्यवस्था से लेकर अवांट-गार्डे उपक्रमों तक, युवा उद्यमियों से लेकर साम्राज्य निर्माताओं तक, सार्वजनिक क्षेत्र से लेकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों तक।
--आईएएनएस
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